भाजपा ने बंगाल चुनावों के लिए अपना घोषणा पत्र जारी कर दिया है. इस घोषणापत्र को किसी और ने नहीं बल्कि गृहमंत्री अमित शाह ने खुद जारी किया. अब इसी बात को मुद्दा बनाते हुए ममता बनर्जी के भतीजे और सांसद अभिषेक बनर्जी ने 'गुजराती बनाम बंगाली' का एंगल देना शुरू कर दिया है. उन्होंने भाजपा के घोषणापत्र को 'गुजराती मेनिफेस्टो' कहा है और कहा है कि भाजपा को अपने घोषणापत्र को जारी करने के लिए बंगाल में स्थानीय लोग नहीं मिले जो उन्होंने अपना मेनिफेस्टो रिलीज करने के लिए गुजरात से लोग बुलाए हैं.
अभिषेक बनर्जी ने अपने ट्विटर पर लिखा है कि 'ये कितना हास्यास्पद है कि कैसे टूरिस्ट गैंग ने बंगाली चुनावों के लिए जुमलों से भरे मेनिफेस्टो को गुजराती हाथों से रिलीज किया है. एक पार्टी जिसे बंगाल की 294 विधानसभा सीटों पर लड़ने के लिए पर्याप्त उम्मीदवार नहीं मिले वो अब ऐसे महत्वपूर्ण कार्यक्रमों के लिए स्थानीय लीडरशिप तलाशने में भी लड़खड़ा रही है. बंगाल गुजराती मेनिफेस्टो को रिजेक्ट करता है' आप इस ट्वीट को यहां भी देख सकते हैं:-
Absurd how the Tourist Gang relased their jumla-laden Manifesto for Bengal polls in the hands of a Gujarati!
— Abhishek Banerjee (@abhishekaitc) March 21, 2021
A party that cannot find sufficient candidates for all 294 seats in Bengal is now faltering to find local leadership for such key events!#BengalRejectsGujaratiManifesto
इसी के साथ उन्होंने #BengalRejectsGujaratiManifesto हैशटैग का इस्तेमाल भी किया है. अब इसी हैशटैग का इस्तेमाल करते हुए तृणमूल कांग्रेस की सांसद और अभिनेत्री नुसरत जहां रूही ने भी भाजपा पर हमला बोला है. तृणमूल सांसद नुसरत जहां रूही ने ट्विटर पर लिखा है कि अपने मेनिफेस्टो में बिना दिशा के वायदे करके भाजपा ने दिखा दिया है कि वो सच में टूरिस्ट ही हैं. ये मेनिफेस्टो बंगाल के लोगों के लिए नहीं है बल्कि ये मेनिफेस्टो बाहरियों द्वारा बाहरियों के लिए है. आप इस ट्वीट को यहां देख सकते हैं:-
The directionless promises in @BJP4India's WB manifesto showcase they are truly only tourists!
— Nusrat Jahan Ruhi (@nusratchirps) March 21, 2021
This is not the manifesto for the people of Bengal, this is the manifesto of, for, and by the outsiders! #BengalRejectsGujaratiManifesto