प्रियंका गांधी ने चुनाव से पहले पैसे देने की प्रथा पर सवाल उठाया है. प्रियंका ने सरकार के 20 साल के कार्यकाल पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए पूछा है कि महिलाओं के लिए क्या किया गया है? उन्होंने जीविका, आशा बहुओं और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को मिलने वाले 3000 रुपये के मानदेय को अपर्याप्त बताया, जबकि उन्हें 8-10 घंटे या 24 घंटे उपलब्ध रहना पड़ता है. कोरोना काल में 10 दिन के बच्चे के साथ टीका लगाने जाने वाली आशा बहु का उदाहरण भी दिया गया