बिहार में धर्म अब केवल मंदिर और मजार तक सीमित नहीं है. पटना के गांधी मैदान में बाबा बागेश्वर के सनातन महाकुंभ में हिंदू एकता का संदेश गूंज रहा था, तो कुछ ही किलोमीटर दूर राबड़ी देवी मुहर्रम के मौके पर ताजिया के आगे झुकी हुई नजर आईं. यह सवाल उठ रहा है कि क्या यह सिर्फ संयोग था या एक सियासी प्रयोग.