एक बहस में जेडीयू नेता राजीव रंजन ने देश में राजनीतिक विमर्श की गरिमा पर गंभीर सवाल उठाए. प्रधानमंत्री की दिवंगत माता जी के खिलाफ अपशब्दों के इस्तेमाल के मुद्दे पर उन्होनें कहा कि सार्वजनिक माफी मांगी जानी चाहिए थी. इस घटना के बाद बिहार बंद का आह्वान किया गया, जिसमें सरकार में शामिल दलों ने भी हिस्सा लिया, जिसे एक असामान्य स्थिति बताया गया.