राबड़ी देवी के आवास के बाहर मंगलवार को राजद समर्थकों ने जमकर हंगामा किया. मसौढ़ी से विधायक रेखा पासवान का टिकट काटने की मांग को लेकर समर्थकों ने नारेबाजी की और आवास के अंदर-बाहर दोनों जगह विवाद खड़ा कर दिया.
समर्थकों का कहना था कि उन्होंने लालू यादव को अपनी बात बता दी है. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उनकी मांग नहीं मानी गई तो हालात गंभीर हो सकते हैं.
जानकारी के अनुसार, यह कोई पहली घटना नहीं है. तीन-चार दिन पहले मखदुमपुर से विधायक सतीश कुमार का टिकट काटने की मांग को लेकर भी लोग लालू-राबड़ी के आवास में घुस गए थे और जमकर हंगामा किया था.
लालू यादव के सामने राजद समर्थकों ने दिखाए पोस्टर
लालू यादव के सामने राजद समर्थको ने जबरदस्त विरोध किया. मरीन ड्राइव घूमने निकले लालू को राजद समर्थकों ने विरोध वाला पोस्टर दिखाया. रेखा हटाओ मसौढ़ी बचाओ की पोस्टर के साथ सैकड़ो समर्थकों ने लालू के सामने प्रदर्शन किया. समर्थक विरोध करते रहे लालू ने एक बार भी समर्थको के तरफ मुड़कर नहीं देखा.
बिहार चुनाव की विस्तृत कवरेज के लिए यहां क्लिक करें
बिहार विधानसभा की हर सीट का हर पहलू, हर विवरण यहां पढ़ें
राजद नेतृत्व इस स्थिति को लेकर चिंतित है और समर्थकों को शांत करने के प्रयास कर रहा है. टिकट वितरण और आगामी चुनावी रणनीति को लेकर पार्टी के अंदर विरोध और असंतोष की खबरें लगातार सामने आ रही हैं.
समर्थकों का गुस्सा और हंगामा यह दर्शाता है कि पार्टी में टिकट और सीटों को लेकर संघर्ष जारी है और इसे संभालना पार्टी नेतृत्व के लिए चुनौती बन सकता है.
राजद विधायक सतीश कुमार के खिलाफ हुई थी नारेबाजी
हाल ही में बिहार के मखदुमपुर विधानसभा क्षेत्र से राजद विधायक सतीश कुमार के खिलाफ स्थानीय लोगों ने पटना स्थित लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी के सरकारी आवास में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि सतीश कुमार ने अपने कार्यकाल में क्षेत्र के विकास की उपेक्षा की और जनता की समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया.
भीड़ ने नारेबाजी करते हुए स्पष्ट किया कि वे ऐसे विधायक को नहीं चाहते, जिसे उन्होंने 'चोर विधायक' कहकर नकारा. लोगों ने पार्टी नेतृत्व से अपील की कि आगामी चुनाव में सतीश कुमार को टिकट न दिया जाए और उसे किसी ऐसे उम्मीदवार को दिया जाए जो क्षेत्र और जनता की भलाई के लिए काम करे.
प्रदर्शनकारियों ने लालू-राबड़ी से कहा कि अगर पार्टी ने सतीश कुमार को फिर से टिकट दिया, तो जनता इसका विरोध करेगी और इसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा. उन्होंने जोर देकर कहा कि चुनाव में क्षेत्र के विकास और जनता के हितों को ध्यान में रखकर ही उम्मीदवार को मौका दिया जाना चाहिए.
इस प्रदर्शन ने स्पष्ट कर दिया कि मखदुमपुर के लोग अपने प्रतिनिधि के प्रदर्शन और जवाबदेही को लेकर बेहद सशक्त और सजग हैं. यह घटना राजद के लिए टिकट वितरण और उम्मीदवार चयन के मुद्दे पर चुनौती बन सकती है, क्योंकि स्थानीय जनता अपनी मांगों और विरोध को सीधे पार्टी नेतृत्व तक पहुंचाने में संकोच नहीं कर रही.