लोकप्रिय गायिका मैथिली ठाकुर अब राजनीति में कदम रखने को तैयार हैं. हाल ही में एक इंटरव्यू में मैथिली ने खुलासा किया कि बीजेपी से उन्हें टिकट मिलने की बातचीत लगभग 15 दिन पहले शुरू हुई थी. उन्होंने कहा, "बीजेपी हमेशा से मेरी प्राथमिकता रही है और बिहार में हम एनडीए के समर्थन में हैं. यह मेरे लिए एक नई चुनौती और सेवा का अवसर है."
मैथिली ने बताया कि हाल ही में पार्टी नेताओं के साथ करीब आधे घंटे तक उनकी बातचीत हुई. इस दौरान उन्होंने बिहार के वर्तमान हालात, युवाओं की भूमिका और अपनी कला के माध्यम से समाज की सेवा पर चर्चा की. उन्होंने कहा कि बातचीत बहुत ही सकारात्मक और उत्साहजनक रही.
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अपने युवा होने और चुनाव में उतरने को लेकर मैथिली ने कहा कि लोग अक्सर उनकी उम्र को लेकर सवाल उठाते हैं लेकिन उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने हमेशा अपनी क्षमता और सपोर्ट सिस्टम पर भरोसा रखा है और किसी भी नकारात्मकता से प्रभावित नहीं होंगी. उन्होंने कहा, "पिछले चार दिनों में कई नेगेटिव कमेंट्स आए, लेकिन उन्होंने मुझे मजबूत किया और मैं जनता के सामने खड़ी रहकर उनका जवाब दूंगी."
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चुनाव आयोग का ब्रांड एम्बेसडर बनने के बाद आया राजनीति का ख्याल
मैथिली ने यह भी बताया कि उनका राजनीति में आने का विचार चुनाव आयोग के ब्रांड एम्बेसडर बनने के अनुभव से आया. बिहार के हर जिले में लोगों के बीच जाकर उन्हें वोटिंग के महत्व के बारे में जागरूक करते हुए उन्होंने महसूस किया कि उन्हें लोगों की सेवा में खुशी और ऊर्जा मिलती है.
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सीएम के तौर पर नीतीश कुमार मैथिली को पसंद हैं
मैथिली ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य बिहार की सेवा करना है. यह पूछे जाने पर कि नीतीश, चिराग और सम्राट में किसे पसंद करती हैं, मैथिली ने बताया कि मुख्यमंत्री के तौर पर वे नीतीश कुमार को पसंद करती हैं और उनका मानना है कि बिहार के लिए अच्छे बदलाव और विकास की जरूरत है. मैथिली ने यह भी कहा कि चुनाव के लिए टिकट मिलने के बाद वे एक खास कैंपेन सॉन्ग गाएंगी, लेकिन उसका चयन बाद में ही किया जाएगा.
मैथिली ने अंत में कहा कि दिल्ली का उनका जीवन केवल काम के लिए है, लेकिन उनका दिल और आत्मा बिहार से जुड़ी है. इसलिए चुनाव लड़ने के बाद वे अपने क्षेत्र में रहकर लोगों की सेवा करना चाहती हैं और बिहार के विकास में योगदान देना चाहती हैं."