
दिल्ली में चुनाव के बीच अखिल भारत हिंदू महासभा के अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने शनिवार को आम आदमी पार्टी के संयोजक और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की. इस दौरान AAP के राज्यसभा सांसद संजय सिंह भी मौजूद रहे. इस दौरान केजरीवाल ने स्वामी चक्रपाणी को पुजारी ग्रंथी योजना के बारे में विस्तार से बताया. इस पर स्वामी चक्रपाणि ने पुजारियो को वेतन दिए जाने के चुनावी वादे का स्वागत किया.
बैठक के दौरान स्वामी चक्रपाणि ने केजरीवाल के सामने दिल्ली का प्राचीन नाम 'इंद्रप्रस्थ' रखे जाने का प्रस्ताव रखा. चक्रपाणि ने केजरीवाल से मांग की है कि दिल्ली का नाम बदलकर इंद्रप्रस्थ रखा जाए. साथ ही सभी मंदिरों और आश्रमों की बिजली बिल माफ करने की बात भी कही.
पुजारियों और ग्रंथियों को वेतन देने की घोषणा का स्वागत
स्वामी चक्रपाणि ने मुलाकात की तस्वीर अपने सोशल मीडिया हैंडल 'x' पर शेयर की है. दरअसल, अरविंद केजरीवाल ने ऐलान किया है कि अगर आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो हम पुजारियों और ग्रंथियों को 18 हजार रुपये की सैलरी देंगे.

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'पुजारी और ग्रंथी समाज की सेवा करते हैं'
केजरीवाल का कहना था कि मंदिर के पुजारी और गुरुद्वारे के ग्रंथी समाज की सेवा करते हैं और हमारे सुख-दुख में काम आते हैं. आज तक किसी ने उनकी तरफ ध्यान नहीं दिया. आज मैं पुजारी और ग्रंथी सम्मान योजना का ऐलान करता हूं. इस योजना के तहत मंदिरों में भगवान की पूजा करने वाले पुजारियों और गुरुद्वारों के ग्रंथियों को हर महीने सम्मान राशि देने का प्रावधान है.
वहीं, आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव से ठीक पहले सनातन सेवा समिति का गठन भी किया है और शुक्रवार को इस समिति के पदाधिकारियों की घोषणा भी कर दी है.