महाराष्ट्र में आगामी 20 नवंबर को विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग होनी है, जिसको देखते हुए सेंट्रल रेलवे ने एक अहम फैसला लिया है. चुनाव कर्मचारियों और मतदाताओं की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए 19-20 नवंबर 2024 (मंगलवार-बुधवार रात) और 20-21 नवंबर 2024 (बुधवार-गुरुवार रात) के बीच स्पेशल उपनगरीय ट्रेनें चलाने का ऐलान किया गया है. रेलवे ने ये फैसला इसलिए लिया है ताकि मतदान केंद्रों तक पहुंचने के लिए मतदाताओं को कोई समस्या ना हो और चुनाव कार्य में लगे कर्मचारियों को भी समय पर अपनी ड्यूटी पर पहुंचने में आसानी हो.
मुंबई वोटर्स के लिए खुशखबरी
ये विशेष ट्रेनें मुंबई की मेन लाइन (छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से कल्याण) और हार्बर लाइन (छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस से पनवेल) पर संचालित होगी. ट्रेनें रात के समय अधिक संख्या में चलाई जाएंगी ताकि मतदाता और चुनाव कर्मचारी अपने कार्यों के लिए आसानी से यात्रा कर सकें. वहीं, सेंट्रल रेलवे का कहना है कि इन विशेष उपनगरीय ट्रेनों का संचालन रात में होने के कारण मतदाताओं और चुनाव कर्मियों के लिए यह एक बड़ा सहारा साबित होगा.
मध्य रेलवे ने इस समय स्पेशल उपनगरीय ट्रेनों के लिए प्रस्थान और आगमन समय की घोषणा की है. हालांकि, ट्रेन की टाइमिंग की जानकारी रेलवे द्वारा जल्द ही यात्रियों को बताई जाएगी. रेलवे ने यह भी बताया है कि ये विशेष ट्रेनें सिर्फ 19-20 और 20-21 नवंबर की रात को चलेंगी, जिससे मतदान प्रक्रिया के दौरान किसी भी तरह की असुविधा से बचा जा सके.
इस दौरान रेलवे सुरक्षा बल (RPF) और स्थानीय पुलिस द्वारा ट्रेन सेवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी. चुनाव को देखते हुए यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो सकती है इसलिए सुरक्षा बलों द्वारा भी विशेष सतर्कता बरती जाएगी. इसके अलावा रेलवे अधिकारियों ने यात्रियों से अनुरोध किया है कि वे ट्रेन के संचालन के समय को ध्यान में रखते हुए अपनी यात्रा की योजना बनाएं ताकि अधिक से अधिक लोग इन विशेष ट्रेनों का लाभ उठा सकें.
मध्य रेलवे का यह कदम चुनाव के समय में लोगों को काफी सुविधा प्रदान करेगा क्योंकि इससे मतदाताओं और चुनाव कर्मचारियों को समय पर अपने मतदान केंद्रों तक पहुंचने में आसानी होगी. रेलवे का यह निर्णय खासतौर पर उन क्षेत्रों में महत्वपूर्ण होगा, जहां अन्य परिवहन विकल्पों की उपलब्धता सीमित होती है. विशेष उपनगरीय ट्रेन सेवाएं ना सिर्फ मतदान प्रक्रिया को आसान बनाएंगी बल्कि चुनावी कार्यों में लगे कर्मचारियों को भी राहत देगी.