सुपर-30 के संस्थापक आनंद कुमार ने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों (आईआईटी) में संयुक्त प्रवेश परीक्षा (एडवांस) को पूरी तरह से ऑनलाइन करने पर आपत्ति जताई है. आनंद का मानना है कि बिहार के ग्रामीण क्षेत्रों में जहां छात्रों को स्कूलों में न ब्लैकबोर्ड की सुविधा है और न ही उनके लिए भवन हैं, ऐसे में उन्हें कंप्यूटर में पूरी जानकारी और कंप्यूटर पर काम की आदत नहीं होती ग्रामीण क्षेत्रों के छात्र भी इस परीक्षा में शामिल होते हैं इसलिए, ऑफलाइन विकल्प को समाप्त नहीं किया जाना चाहिए.
आनंद ने कहा, 'आईआईटी संस्थान एडवांस टेस्ट को 2016-17 से पूरी तरह ऑनलाइन करने में जुटे हैं. अभी यह टेस्ट पूरी तरह से ऑफलाइन होता है, जबकि मेन परीक्षा में दोनों विकल्प होते हैं. हमें नई तकनीक अपनाना चाहिए, परंतु हमें यह भी देखना जरूरी है कि सभी छात्र इसे अपनाने में सक्षम हैं या नहीं. ऐसे में ग्रामीण क्षेत्रों के छात्रों को देखते हुए दोनों विकल्प रखे जाने चाहिए.'
गौरतलब है कि आनंद ने आईआईटी में छात्रों को तीन मौका दिलाने की मांग को लेकर पिछले दिनों दिल्ली में केन्द्रीय मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी से मुलाकात की थी. आनंद ने आईआईटी की प्रवेश परीक्षा के लिए नया पैटर्न बनाने तथा छात्रों को दो मौकों की बजाय कम से कम तीन मौके दिए जाने की वकालत की है.
उल्लेखनीय है कि आनंद कुमार ने करीब 13 वर्ष पूर्व पटना में सुपर-30 की शुरुआत की थी. इसके तहत वह न केवल 30 निर्धन छात्रों को नि:शुल्क आईआईटी प्रवेश परीक्षा की तैयारी करवाते हैं, बल्कि उन्हें आवासीय सुविधा भी देते हैं. सुपर-30 के अब तक 300 से ज्यादा छात्र आईआईटी प्रवेश परीक्षा में सफल हो चुके हैं.