बढ़ते अपराधों को देखते हुए देश में क्रिमिनोलॉजिस्ट की मांग बढ़ रही है, जिसके कारण क्रिमिनोलॉजी/ फोरेंसिक साइंस के क्षेत्र में रोजगार के मौके भी बढ़ रहे हैं. अगर आपकी रुचि रहस्यमयी गुत्थियां सुलझाने में है तो आप यह करियर अपना सकते हैं.
इससे संबंधित कोर्स:
क्रिमिनोलॉजी के क्षेत्र में डिग्री या डिप्लोमा कोर्स चलाए जाते हैं. इस कोर्स को करने के लिए साइंस के क्षेत्र से ग्रेजुएट होना जरूरी है. कई यूनिवर्सिटीज में सर्टिफिकेट कोर्स भी चलाया जाता है. वहीं फारेंसिक इंजीनियरिंग कोर्स को इंजीनियरिंग डिग्री वाले स्टूडेंट्स कर सकते हैं.
कहां मिलेगा अवसर:
क्रिमिनोलॉजिस्ट को फिंगर प्रिंट विशेषज्ञ, पुलिस सेवा, इंटेलीजेंस ब्यूरो, सरकारी प्रयोगशालाओं, रासायनिक विश्लेषण के क्षेत्र में नौकरी मिलती है. क्रिमिनोलॉजिस्टों को कई बार पुलिस विभाग की ओर से अपराधिक प्रवृतियों को रोकने के लिए रिसर्चर के तौर पर भी नियुक्त किया जाता है. सभी राज्य सरकारों की अपराध विज्ञान प्रयोगशालाएं होती हैं, जो पुलिस को किसी भी घटना की जांच करने में मदद करती है, इन जगहों पर भी नौकरी के ज्यादा मौके मिलते हैं.
कहां से करें पढ़ाई?
डॉ. बी.आर अंबेडकर यूनिवर्सिटी, आगरा
दिल्ली यूनिवर्सिटी, नई दिल्ली
महाराज सयाजीराव यूनिवर्सिटी, वड़ोदरा
लखनऊ यूनिवर्सिटी, लखनऊ
अन्ना यूनिवर्सिटी, चेन्नई