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BPSC TRE 2023: 'फर्जी सर्टिफिकेट' से लेकर खाली पदों तक... अध्यक्ष ने अभ्यर्थियों को दिए ये जवाब, कट-ऑफ भी हुई जारी

BPSC Teacher Result 2023 cut off marks: बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने कक्षा 1-5 के जनरल, उर्दू और बांग्ला विषयों के लिए  और कक्षा 9-10 के हिंदी, बंगाली, उर्दू, संस्कृत, अरबी, फ़ारसी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान व कक्षा 11-12 के सभी विषयों के लिए कट ऑफ अंक जारी कर दिए गए हैं. 

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बिहार शिक्षक भर्ती (सांकेतिक तस्वीर)
बिहार शिक्षक भर्ती (सांकेतिक तस्वीर)

बिहार में 1.70 लाख से ज्यादा शिक्षक भर्ती के लिए परिणाम जारी होने के बाद नया विवाद खड़ा हो गया है. अभ्यर्थी शिक्षक भर्ती में अनियमितताओं का आरोप लगा रहे हैं. अभ्यर्थियों ने बुधवार को भी बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) के बाहर जमकर हंगामा किया. हालांकि इस बीच बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने एक-एक करके कई सवालों के जवाब दिए हैं और शिक्षक भर्ती की कट-ऑफ भी की.

इन विषयों की कट-ऑफ जारी
जो उम्मीदवार बिहार शिक्षक भर्ती परीक्षा में उपस्थित हुए थे, वे अब आयोग की आधिकारिक वेबसाइट bpsc.bih.nic.in पर जाकर कट-ऑफ चेक कर सकते हैं. आयोग ने कक्षा 1-5 के जनरल, उर्दू और बांग्ला विषयों के लिए  और कक्षा 9-10 के हिंदी, बंगाली, उर्दू, संस्कृत, अरबी, फ़ारसी, अंग्रेजी, विज्ञान, गणित और सामाजिक विज्ञान व कक्षा 11-12 के सभी विषयों के लिए कट ऑफ अंक जारी कर दिए गए हैं. 

असफल उम्मीदवारों की लिस्ट भी हुई जारी
कट-ऑफ लिस्ट के साथ-साथ डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन में अनुपस्थित रहने/उनके दस्तावेज़ असत्यापित होने और अर्हक भाषा के पेपर में अनुपस्थित रहने/भाषा के पेपर में कोई अर्हता अंक नहीं होने के कारण मेरिट सूची में शामिल नहीं किए गए अभ्यर्थियों की सूची भी वेबसाइट पर जारी की गई है.

शिक्षक भर्ती रिजल्ट पर क्या है विवाद?
दरअसल, बीपीएससी शिक्षक भर्ती रिजल्ट जारी होने के बाद अभ्यर्थियों ने शिक्षक भर्ती परीक्षा (टीआरई) के नतीजों को लेकर अलग-अलग दावे किए है. उनकी ओर से दावा किया गया है कि कक्षा 9,10, 11 और 12 के लिए दो अलग-अलग श्रेणियों में 1,000 से अधिक उम्मीदवारों ने एक साथ अर्हता प्राप्त की. अभ्यर्थियों की नाराजगी 8 लाख आवेदक होने के बावजूद हजारों पद खाली रहने को लेकर भी है, इसके अलावा कुछ अभ्यर्थियों के फर्जी तरीके से STET2019 प्रमाणपत्र के आधार पर परीक्षा देने का भी आरोप लगाय था, जिन्हें लेकर अभ्यर्थियों ने बीपीएससी कार्यलाय के बाहर जमकर हंगामा भी किया.

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आयोग ने बताया कैसे भरे जाएंगे खाली पद
बीपीएससी अध्यक्ष ने पहले कट ऑफ अंक जारी करने के बारे में 'एक्स' (पहले ट्विटर) पर जानकारी दी थी. उन्होंने यह भी शेयर किया था कि अगर इस फ़िल्टरिंग के कारण पद खाली रह जाते हैं, तो इसे एक या अधिक पूरक परिणामों के माध्यम से भरा जाएगा. उनके ट्वीट में लिखा है, “जब हम टीआरई जैसी बड़ी संख्याओं से निपट रहे हैं, तो अयोग्य लोगों को बाहर निकालने के लिए मल्टी लेयर फ़िल्टरिंग की आवश्यकता होती है. यही हो रहा है और इसीलिए सभी परिणाम सशर्त हैं. इस फ़िल्टरिंग से उत्पन्न होने वाली कोई भी रिक्ति एक या अधिक पूरक परिणामों से भरी जाएगी.'

एक से ज्यादा परिणाम से रिक्तियां बर्बाद होंगीं?
उन्होंने बताया कि अभ्यर्थियों को एक से अधिक परिणाम दिया गया है ताकि डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन (DV) के समय किसी एक में असफल होने पर दूसरी नियुक्ति से भी वंचित न हो जाए. ऐसी रिक्ति को इसी चयन प्रक्रिया में वेटिंग लिस्ट से भरा जाएगा या अगली प्रक्रिया में, यह राज्य सरकार के फैसले पर निर्भर करेगा.

फर्जी STET2019 सर्टिफिकेट पर अध्यक्ष ने दिया ये जवाब
बीपीएससी अध्यक्ष अतुल प्रसाद ने 'एक्स' लिखा कि कल कुछ TRE-CS अभ्यर्थियों ने मुझसे मुलाकात की और शिकायत की कि बाहरी लोगों ने फर्जी तरीके से STET2019 प्रमाणपत्र प्राप्त कर लिया है. बताने पर, उन्होंने STET2019 विज्ञापन की जांच की और पाया कि यह बिहार के निवासियों के लिए था, न कि "स्थायी" निवासियों के लिए. वे इसका अंतर जानते थे और इसलिए शांति से चले गए.

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बता दें कि बीपीएससी टीआरई परिणाम 22 अक्टूबर, 2023 को घोषित किया गया था. यह भर्ती अभियान बिहार में शिक्षकों की 1,70,461 रिक्तियों के लिए है. अधिक संबंधित विवरण के लिए उम्मीदवार बीपीएससी की आधिकारिक वेबसाइट देख सकते हैं.

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