आरोप है कि नवीद मुश्ताक ने दिल्ली-एनसीआर में आतंकी हमले की साजिश रची थी. वह टारगेट किलिंग के लिए उत्तर भारत से छोटे हथियार मंगवा रहा था. साल 2017 में 4 हथियारों के साथ फरार होने के बाद आतंकी नवीद मुश्ताक ने हिजबुल मुजाहिदीन ज्वाइन कर लिया था. जम्मू कश्मीर पुलिस का कांस्टेबल रहा नवीद मुश्ताक घाटी में नए सिरे से अपना अड्डा बनाने में जुटा था.
अंडरग्राउंड आतंकी ठिकाना

नवीद मुश्ताक ने अपने गैंग में कुछ आतंकियों को भी भर्ती किया था और उनको आईएसआईएस के नाम पर हमले के लिए उकसाता था. नवीद मुश्ताक दिल्ली और जम्मू कश्मीर में टारगेट किलिंग को अंजाम देना चाहता था. इसके लिए वह उत्तर भारत से छोटे हथियार मंगवा रहा था. टारगेट किलिंग के लिए छोटे हथियारों की जरूरत होती है, जो जम्मू कश्मीर में नहीं मिलते हैं.
जनवरी 2019 में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और जम्मू कश्मीर की शोपियां पुलिस ने संयुक्त ऑपरेशन में नवीद मुश्ताक से जुड़े आतंकी काफियतुल्लाह बुखारी और किशोर को शोपियां में गिरफ्तार किया था. दोनों आतंकियों ने पूछताछ में खुलासा किया था कि वो नवीद मुश्ताक के संपर्क में थे. इतना ही नहीं, पुलिस टीम ने गिरफ्तार आतंकी काफियतुल्लाह के साथ नवीद मुश्ताक की फोटो भी बरामद की थी.

इसके बाद दिल्ली पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस की टीम ने सेना की मदद से शोपियां में कई जगह छापेमारी की थी और नवीद मुश्ताक के कई अंडरग्राउंड ठिकानों को खोजा था. सुरक्षा बलों ने नवीद मुश्ताक के अंडरग्राउंड ठिकानों पर भी रेड की थी. हालांकि नवीद मुश्ताक 4 बार पुलिस को चकमा देकर फरार होने में कामयाब रहा.
पुलिस की पूछताछ में दौरान खुलासा हुआ था कि काफियतुल्लाह और बाकी आतंकी नवीद मुश्ताक के साथ मिलकर दिल्ली-एनसीआर में भी आतंकी हमले की साजिश रच रहे हैं. अब निलंबित डीएसपी देवेंद्र सिंह की कार से नवीद मुश्ताक की गिरफ्तारी की खबर ने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की टीम और अधिकारियों को हैरत में डाल दिया है. नवीद मुश्ताक ने साल 2012 में जम्मू कश्मीर पुलिस में बतौर कांस्टेबल जॉइन किया था और साल 2017 में आतंकी बन गया था.