गुरुग्राम के सदर बाजार इलाके में बरकत आलम नाम के युवक के साथ हुई मारपीट और टोपी गिराने के मामले में पुलिस ने एसआईटी का गठन किया है. एसआईटी के मुखिया गुरुग्राम के डीसीपी वेस्ट को बनाया गया है.
पुलिस कमिश्नर मोहम्मद अकील का कहना है कि वारदात वाली रात ही पुलिस ने इलाके के सारे सीसीटीवी फुटेज खंगाल लिए थे. एक सीसीटीवी में वारदात पूरी तरह से कैद हो गई है. उसमें देखने से पता लगा है कि बरकत अकेले रात दस बजे के करीब अपने घर की ओर वापस जा रहा था, तभी उसे किसी ने पीछे से आवाज दी, लेकिन वो नहीं रुका. जब दोबारा आवाज लगाई तो बरकत रुक गया और एक युवक आया और उसने बरकत के सिर पर हाथ मारा जिससे उसकी टोपी गिर गई.
पुलिस के मुताबिक फुटेज बहुत साफ नहीं होने की वजह से ये नहीं पता लग पाया कि टोपी नीचे गिरी या बरकत ने उसे पकड़ लिया. बरकत के मुताबिक उसकी टोपी नीचे गिर गई थी. इसके साथ आरोपी युवक ने बरकत से कहा कि इस इलाके में टोपी पहनना मना है.
पुलिस का कहना है कि वारदात वाली रात बरकत ने नारे वाली बात शिकायत में नहीं दी थी, लेकिन अगले दिन उसने ये बात कही कि आरोपी युवक ने उससे भारत माता की जय और जय श्री राम के नारे लगाने को कहा. पुलिस का कहना है कि वो इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या कोई ऐसा शख्स तो नहीं है जो बरकत में गुमराह करके झूठ बुलवा रहा है.
गुरुग्राम के पुलिस कमिश्नर का कहना है कि आरोपी शराब के नशे में था,और अब तक की जांच में ये बात साफ है कि ये एक महज आपराधिक वारदात है और अपराधी का कोई धर्म नहीं होता है. इस मामले में अब तक किसी संगठन के हाथ होने का भी कोई सबूत नहीं मिला है.
पुलिस का कहना है कि उन्हें आरोपी के कुछ सुराग मिले हैं और उम्मीद है कि आरोपी जल्द उनकी गिरफ्त में होगा. पुलिस के मुताबिक उन्हें इस बारे में खबर मिल चुकी है कि आरोपी पास के ही इलाके का रहने वाला है.
बरकत आलम ने शिकायत में क्या कहा
बरकत आलम ने शिकायत में कहा कि आरोपियों ने मुझे धमकी दी और कहा कि इलाके में टोपी पहनने की इजाजत नहीं है. उन्होंने टोपी उतार ली और मुझे थप्पड़ मारा. उन्होंने भारत माता की जय का नारा लगाने के लिए कहा. उनके कहने पर मैंने नारा लगाया. उसके बाद उन्होंने मुझे जय श्रीराम बोलने के लिए भी मजबूर किया, जिसे मैंने इनकार कर दिया. उसके बाद आरोपियों ने एक लाठी लेकर मेरे पैर और पीठ पर पीटा.