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'DCP हरेंद्र का कराया जाए नार्को टेस्ट,' कंझावाला केस में AAP विधायक ने उठाई मांग

बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में नए साल के जश्न के बीच 23 साल की अंजलि की दर्दनाक हो गई थी. आरोप है कि स्कूटी सवार अंजलि को एक कार ने पहले टक्कर मारी, फिर उसे 13 किमी तक सड़क पर घसीटा, जिससे उसकी मौत हो गई. इस मामले में कार सवार सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.

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AAP विधायक सौरभ भारद्वाज.
AAP विधायक सौरभ भारद्वाज.

दिल्ली में कंझावला कांड में सियासत गरमा गई है. आम आदमी पार्टी ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. गुरुवार को AAP ने बाहरी दिल्ली इलाके के डीसीपी हरेंद्र कुमार का नार्को टेस्ट कराने की मांग की है. AAP का आरोप है कि डीसीपी हरेंद्र कुमार आरोपियों को बचा रहे हैं. AAP ने कहा कि इस केस के आरोपियों के साथ अंजलि की सहेली निधि का भी नार्को टेस्ट करवाया जाना जरूरी है. वहीं, पुलिस के आश्वासन के बाद पीड़ित परिवार ने धरना खत्म कर दिया है.

बता दें कि बाहरी दिल्ली के सुल्तानपुरी में नए साल के जश्न के बीच 23 साल की अंजलि की दर्दनाक हो गई थी. आरोप है कि स्कूटी सवार अंजलि को एक कार ने पहले टक्कर मारी, फिर उसे 13 किमी तक सड़क पर घसीटा, जिससे उसकी मौत हो गई. इस मामले में कार सवार सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया. घटना के तीन बाद पुलिस अंजलि की सहेली निधि तक पहुंची और उसके बयान दर्ज किए. निधि का कहना था कि वो घटना के वक्त स्कूटी पर पीछे बैठी थी. टक्कर में अंजलि कार में फंस गई थी और आरोपी जान-बूझकर लड़की को घसीटते हुए ले गए थे.

'पूरे केस को दबाने की कोशिश हुई'

अब इस मामले में AAP विधायक सौरभ भारद्वाज ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा- इस घटना से सवाल खड़े होने लगे हैं कि क्या हमारी महिलाएं दिल्ली की सड़कों पर सुरक्षित हैं. LG और बीजेपी के अधीन आने वाली पुलिस ने पूरे केस में खूब लीपापोती की. पूरे केस को दबाने की कोशिश की. फिर LG को याद आया और एक ट्वीट कर अपना फर्ज पूरा कर लिया. इसमें पुलिस का जो चेहरा सामने आया है, वो शर्मनाक है. एक गवाह तैयार किया गया. इस गवाह ने पीड़िता के बारे में झूठ फैलाना शुरू कर दिया. पुलिस भी उसके साथ खड़ी है. 

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'गवाह निधि की बातें झूठी निकलीं'

सौरभ ने आगे कहा- मजिस्ट्रेट के सामने उसकी गवाही भी करवा दी. उसने कहा कि जो लड़की मारी गई, वो शराब के नशे में धुत थी. वो पहले ट्रक में स्कूटी भिड़ाने जा रही थी. अब मरने वाली अपने बचाव में क्या कहेगी. भगवान का इंसाफ देखिये कि लड़की के पोस्टमार्टम में साफ हो गया कि लड़की ने शराब नहीं पी थी. अब कहां गई पुलिस और कहां गए LG? जिसे गवाह बनाया गया उनकी बातें झूठी निकलीं. पीड़िता की मां भी कह रही हैं कि हम निधि को नहीं जानते हैं.

'अपराधियों को बचाने में लगी है दिल्ली पुलिस'

एक और झूठ उस निधि का सामने आया, जिसमें उसने कहा कि मुझे भी एक्सीडेंट में चोट लगी है. लेकिन उसकी कोई MLC नहीं कराई गई. कोर्ट में जब सवाल पूछा जायेगा तो इनके पास इसका जवाब नहीं होगा. दिल्ली में ऐसे और भी मामले सामने आ रहे हैं. लगातार महिलाओं के साथ अपराध बढ़ रहे हैं. LG की कोई मंशा नहीं है कि दिल्ली की बेटी को न्याय मिले. महिलाओं की सुरक्षा बढ़ाएं. दिल्ली की कानून व्यवस्था को ठीक करें. LG सिर्फ सरकार के काम में टांग अड़ाने का काम करते हैं. LG सक्सेना की पुलिस तो अपराधियों को बचाने में लगी हुई है. LG को इस्तीफा दे देना चाहिये ताकि कोई काबिल व्यक्ति उनकी जगह आ सके और दिल्ली की कानून व्यवस्था को सुधार सके.

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'सिटिंग जज से कराई जाए जांच'

उन्होंने कहा- हमें लगता है कि DCP हरेंद्र कुमार का नार्को टेस्ट होना चाहिये, ताकि पता चल सके कि वो अपराधियों को क्यों बचा रहे हैं. निधि और बाकी सभी आरोपियों का भी नार्को टेस्ट होना चाहिये. हमारी मांग है कि इस पूरे मामले की जांच किसी हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट के किसी सिटिंग जज की निगरानी में होनी चाहिये.

अंजलि

'मामले के आरोपी 5 नहीं, 7 हैं'

दिल्ली पुलिस ने एक नया खुलासा और किया है. पुलिस का दावा है कि इस मामले में आरोपी पांच नहीं बल्कि सात हैं. दो आरोपी आशुतोष और अंकुश खन्ना हैं. अंकुश आरोपी दीपक का भाई है. पुलिस का कहना है कि वो इस मामले में मजबूत चार्जशीट बनाएगी ताकि कोई भी मुजरिम सजा से ना बच पाए. साथ ही स्पेशल सीपी ने साफ कर दिया कि अभी इस मामले की कंप्लीट पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और एफएसएल रिपोर्ट आनी बाकी है. ये दोनों रिपोर्ट आ जाने के बाद तस्वीर कुछ साफ होगी.

 

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