ओडिशा के गंजम जिले में जमीन दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी का मामला सामने आया है. बरहामपुर पुलिस ने शनिवार को एक रियल एस्टेट एजेंट को गिरफ्तार किया, जिस पर आवासीय प्लॉट देने के बहाने करीब 200 लोगों से 5 करोड़ रुपए से अधिक की ठगी का आरोप है. आरोपी की पहचान चेतन कुमार चौधरी के रूप में हुई है. वो एक राजनीतिक दल की जिला इकाई के पूर्व अध्यक्ष का बेटा है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी चेतन बरहामपुर के गोसानिनुआगांव इलाके का रहने वाला है. वो अगस्त 2019 से आवासीय प्लॉट दिलाने की योजना चला रहा था. उसने अपने कार्यालय के कर्मचारियों के माध्यम से आम लोगों से मासिक किश्तों में रकम वसूल की और उनसे वादा किया कि सितंबर 2021 तक उन्हें प्लॉट आवंटित कर दिए जाएंगे. उसके बिछाए जाल में 200 लोग फंस गए.
इसके बाद तय समय पर लोगों ने अपनी जमीन की मांग की, तो चेतन चौधरी ने जिम्मेदारी लेने से साफ इनकार कर दिया. उसने दावा किया कि रसीदें नकली थीं. उसे योजना की कोई जानकारी नहीं है. इस व्यवहार से ठगे गए निवेशक भड़क गए. इसके बाद शनिवार को एक पीड़ित ने बरहामपुर पुलिस स्टेशन में आरोपी के खिलाफ ठगी की शिकायत दर्ज कराई.
पीड़ित शख्स की शिकायत के आधार पर पुलिस ने चेतन चौधरी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है. इस मामले की जांच के लिए एक पुलिस टीम गठित की गई है. पुलिस ने उसके कब्जे से जमीन योजना से जुड़े दस्तावेज, प्रस्तावित प्लॉट का लेआउट प्लान, धनराशि की रसीदें और दैनिक संग्रह पर्चियां जब्त की हैं.
बरहामपुर के एसपी सरवण विवेक एम ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि यह ठगी एक विस्तृत मासिक निवेश योजना के जरिए की गई थी. चेतन चौधरी लोगों को प्लॉट का सपना दिखाकर पैसे लेता रहा और धीरे-धीरे ठगी का जाल 5 करोड़ रुपए से अधिक तक पहुंच गया. पुलिस ने यह भी जानकारी दी कि चेतन चौधरी के खिलाफ बड़ा बाज़ार थाने में एक और मामला पहले से लंबित है.