तिरुवनंतपुरम में मलयालम और तमिल फिल्मों के अभिनेता और राजनेता जी. कृष्णकुमार के पूरे परिवार पर अपहरण और जबरन वसूली का केस दर्ज किया गया है. यह मामला उनकी बेटी दीया की फर्म की एक महिला कर्मचारी की शिकायत पर दर्ज हुआ है. कृष्णकुमार ने पूरे घटनाक्रम को साजिश बताते हुए कई बड़े दावे किए हैं. उन्होंने उल्टे पीड़िता पर ही कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
तिरुवनंतपुरम के म्यूज़ियम पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के अनुसार, शिकायतकर्ता महिला ने आरोप लगाया है कि अभिनेता जी. कृष्णकुमार और उनकी बेटी दीया ने न सिर्फ उसका अपहरण किया, बल्कि उससे जबरन पैसे भी वसूल किए. पुलिस का कहना है कि उन्हें दोनों पक्षों से शिकायतें मिली हैं. इनकी शिकायत के आधार पर केस दर्ज करके इस मामले की जांच शुरू कर दी गई है.
एफआईआर में कृष्णकुमार, उनकी बेटी दीया और उनके दामाद समेत कुल छह लोगों के नाम हैं. इन पर गैर-जमानती धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. जी. कृष्णकुमार ने एक निजी टीवी चैनल से बातचीत में इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए उल्टा पीड़िता पर ही गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि जब उनकी बेटी दीया गर्भवती थीं, तो वह अपनी फर्म की निगरानी नहीं कर पा रही थीं.
इसी दौरान वहां काम कर रही तीन महिला कर्मचारियों ने लगभग 69 लाख रुपए का गबन कर लिया. उन्होंने कहा, ''जब हमें इसका पता चला तो हमने पुलिस कार्रवाई की चेतावनी दी. इसके बाद वे महिलाएं अपने पतियों के साथ हमसे मिलने आईं और गबन की बात कबूल कर ली. उन्होंने करीब 8 लाख रुपए लौटा दिए. इसके बाद शिकायत नहीं करने की बात पर बाकी पैसे लौटाने के लिए कहा था.''
बकौल कृष्णकुमार बाद में एक महिला कर्मचारी ने उनकी बेटी दीया को फोन पर धमकाया. इसके बाद उन्होंने 30 या 31 मई को पुलिस में शिकायत दी. उन्होंने दावा किया कि उनके द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के ठीक एक दिन बाद, कर्मचारी ने पलटवार करते हुए उन पर ही अपहरण और जबरन वसूली का केस दर्ज करा दिया. अभिनेता का कहना है कि उनके पास महिला कर्मचारियों द्वारा गबन स्वीकाराने का वीडियो फुटेज है.
उन्होंने कहा कि ये सभी इलेक्ट्रॉनिक सबूत पुलिस को सौंप दिए गए हैं. मुख्यमंत्री कार्यालय को भी मेल भेजकर पूरी स्थिति स्पष्ट की है, जिसके जवाब में उन्हें संतोषजनक उत्तर भी मिला है. म्यूज़ियम थाने के एक अधिकारी ने बताया कि दोनों पक्षों से मिली शिकायतों के आधार पर केस दर्ज किए गए हैं. सभी सबूतों की जांच की जा रही है. उसके बाद अगली कार्रवाई की जाएगी.