हरियाणा के गुरुग्राम में पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है, जिसने खुद को एक केंद्रीय मंत्री का निजी सहायक बताकर एक पुलिसकर्मी का तबादला कराने का वादा किया और उससे हजारों रुपये ठग लिए. खुद गुरुग्राम पुलिस के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी.
गुरुग्राम पुलिस ने पीटीआई को बताया कि आरोपी की पहचान रेवाड़ी जिले के जैनाबाद गांव निवासी सुनील कुमार (38) के रूप में हुई है. पकड़े जाने पर सुनील ने बताया कि उस पर 50 लाख रुपये का कर्ज है, जिसके चलते उसने लोगों को ठगना शुरू कर दिया.
हरियाणा पुलिस के एक कर्मचारी द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत में कहा गया है कि जून 2025 में उसकी मुलाकात एक दोस्त के ज़रिए सुनील कुमार से हुई थी. उसने दावा किया था कि उसकी वरिष्ठ अधिकारियों और मंत्रियों से अच्छी जान-पहचान है और वह एक केंद्रीय मंत्री के निजी सहायक को जानता है.
पुलिस ने दावा किया कि जब पुलिसकर्मी ने अपने तबादले के लिए उससे मदद मांगी, तो सुनील कुमार ने 50,000 रुपये की मांग की. पुलिस ने बताया कि पुलिसकर्मी ने 9 जुलाई को सुनील कुमार के फ़ोनपे पर 20,000 रुपये ट्रांसफर कर दिए.
शिकायतकर्ता ने दावा किया कि 15 जुलाई को उसे एक कॉल आया जिसमें कॉल करने वाले ने खुद को मंत्री का निजी सहायक बताया. उसने मुझे बाकी रकम सुनील कुमार को देने को कहा और कहा कि मेरा तबादला कर दिया जाएगा.
लेकिन पीड़ित ने कॉल करने वाले की आवाज़ की पहचान कर ली. वह कोई और नहीं बल्कि सुनील ही था. इसके बाद पीड़ित पुलिसकर्मी ने स्थानीय पुलिस से संपर्क किया और सेक्टर 18 थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कराई. जिसके बाद पुलिस ने मंगलवार को आरोपी सुनील को गिरफ्तार कर लिया.
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी सुनील कुमार पर 50 लाख रुपये का कर्ज़ है, जिसके चलते उसने वरिष्ठ अधिकारियों से जान-पहचान होने का दावा करके शिकायतकर्ता का तबादला करवाने के नाम पर धोखाधड़ी की. पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.