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सर्दी-खांसी की दवा बताकर पत्नी और दो बेटियों को दिया जहर, फिर नगर निगम के संविदाकर्मी ने उठाया ये खौफनाक कदम

सोमवार की रात हेमलाल वर्मा ने अपनी पत्नी जानवी वर्मा (27) और दो बेटियों 14 साल और 11 साल को सर्दी-खांसी की दवा के नाम पर जहरीला पदार्थ दे दिया था. उन तीनों को जहर देने के बाद हेमलाल ने खुद भी उस जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया था.

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जहर से हेमलाल और उसकी एक बेटी की मौत हो गई
जहर से हेमलाल और उसकी एक बेटी की मौत हो गई

छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से एक बेहद हैरान करने वाला मामला सामने आया है. जहां नगर निगम के एक संविदा कर्मचारी ने पहले अपनी पत्नी और दो बेटियों को जहर दे दिया और फिर खुद भी दहरीला पदार्थ खाकर खुदकुशी कर ली. जहर की वजह से उसकी एक बेटी की भी मौत हो गई. हालांकि उसकी एक बेटी और पत्नी अभी भी जिंदगी और मौत के बीच झूल रही हैं. 

ये वारदात दुर्ग के जामुल थाना क्षेत्र की है. जहां लक्ष्मी नगर इलाके में रहने वाले हेमलाल वर्मा ने इस खौफनाक वारदात को अंजाम दिया और खुद भी इस दुनिया को अलविदा कह दिया. दुर्ग पुलिस ने इस दहला देने वाली वारदात के बारे में पीटीआई को बताया कि छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले में एक 40 वर्षीय व्यक्ति ने दवा के नाम पर अपनी पत्नी और दो नाबालिग बेटियों को जहर देने के बाद खुद भी जहर खा लिया. नतीजा ये हुआ कि जहर की वजह से एक लड़की सहित उस शख्स की मौत हो गई.

पुलिस के हवाले से मिली प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, सोमवार की रात हेमलाल वर्मा ने अपनी पत्नी जानवी वर्मा (27) और दो बेटियों 14 साल और 11 साल को सर्दी-खांसी की दवा के नाम पर जहरीला पदार्थ दे दिया. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि उन तीनों को जहर देने के बाद हेमलाल ने खुद भी उस जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया.

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हेमलाल के जहर देने के बाद उसकी बेटियां दर्द से चिल्लाने लगीं तो पिता हेमलाल खुद उनके कमरे में गया और वहां जाकर देखा कि उसकी पत्नी और बेटियां उल्टियां कर रही हैं. इसके बाद उसने खुद पड़ोसियों की मदद से उन तीनों को अस्पताल पहुंचाया. उन सभी की हालत खराब थी. इसी दौरान हेमलाल की हालत भी बिगड़ने लगी तो डॉक्टरों ने उसे भी अस्पताल में भर्ती कर लिया.

एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने बताया कि हेमलाल वर्मा और उसकी बड़ी बेटी प्रिया की मंगलवार को इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि उसकी पत्नी और एक छोटी बेटी की हालत गंभीर बताई जा रही है. उनका इलाज किया जा रहा है. 

पुलिस ने इस मामले में जानकारी देते हुए बताया कि घटना के समय हेमलाल की तीसरी और सबसे छोटी बेटी अपने दादा के साथ थी. इसलिए वो उसे जहर नहीं दे पाया. पुलिस अधिकारी ने आगे बताया कि हेमलाल वर्मा भिलाई नगर निगम में एक संविदा कर्मचारी के रूप में काम करता था. अब पुलिस उसके इस खौफनाक कदम के पीछे की वजह का पता लगाने के लिए जांच कतर रही है.

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