पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के एक जवान ने अपने ही सीनियर अफसर की सर्विस राइफल से गोली मारकर हत्या कर दी. यह घटना शनिवार रात उस समय हुई जब कैंप के भीतर दोनों के बीच किसी बात को लेकर बहस छिड़ गई. दोनों के बीच बात इतनी बढ़ गई कि जवान ने गोली चला दी. बीएसएफ ने कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का आदेश दिया है.
जानकारी के मुताबिक, ये घटना शनिवार देर रात करीब 10:30 बजे मुर्शिदाबाद के धुलियान इलाके में स्थित बीएसएफ कैंप में हुई. कांस्टेबल शिवम कुमार मिश्रा और हेड कांस्टेबल रतन सिंह शेखावत के बीच किसी बात को लेकर तीखी बहस हो रही थी. दोनों बीएसएफ की 119वीं बटालियन में तैनात थे. इसी दौरान गुस्से में आकर कांस्टेबल ने अपनी सर्विस राइफल से गोली चला दी.
गोली हेड कांस्टेबल रतन सिंह शेखावत लगी, जिसके बाद वो नीचे गिर पड़े. घटनास्थल पर ही उनकी मौके पर ही मौत हो गई. दोनों के बीच बहस किस वजह से हुई, ये अभी तक पता नहीं चल पाया है. यूनिट के अफसरों के मुताबिक यह यूनिट मुर्शिदाबाद में हाल ही में हुई सांप्रदायिक झड़पों के बाद तैनात की गई थी. 56 वर्षीय रतन सिंह शेखावत राजस्थान की राजधानी जयपुर के रहने वाले थे.
रतन सिंह शेखावत ने साल 1989 में सीमा सुरक्षा बल को जॉइन किया था. वो अपनी सर्विस के दौरान कई संवेदनशील इलाकों में तैनात रहे. उनके परिवार में पत्नी, एक बेटी और एक बेटा है. उनकी मौत की खबर के बाद परिवार में कोहराम मच गया है. बीएसएफ अधिकारियों ने बताया कि उन्हें पूरी श्रद्धांजलि दी जाएगी और पार्थिव शरीर को अंतिम संस्कार के लिए उनके पैतृक गांव भेजा जा रहा है.
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आरोपी कांस्टेबल को गिरफ्तार कर लिया गया है. उसके खिलाफ शमशेरगंज पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है. उसे कोर्ट में पेश करके आगे की कार्रवाई की जा रही है. बताते चलें कि ये घटना मुर्शिदाबाद में हिंसा प्रभावित क्षेत्र में हुई है. इसे लेकर स्थानीय लोगों ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. उनका कहना है कि जवान आपस में लड़ते रहेंगे तो उनकी सुरक्षा कैसे कर पाएंगे.