हैदराबाद से इंसानियत को शर्मसार करने वाली एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है. यहां एक 27 वर्षीय व्यक्ति ने अपनी पांच महीने की गर्भवती पत्नी की गला घोंटकर हत्या कर दी. इसके बाद सबूत मिटाने के लिए उसके शरीर के टुकड़े-टुकड़े कर मूसी नदी में फेंक दिए. यह वारदात पिछले हफ्ते शनिवार शाम करीब 4.30 बजे मेडिपल्ली थाना क्षेत्र के बोडुप्पल इलाके में हुई. आरोपी की पहचान एक कैब ड्राइवर के रूप में हुई है.
डीसीपी (मलकाजगिरी जोन) पी वी पद्मजा के मुताबिक, आरोपी और मृतका विकाराबाद जिले के रहने वाले थे. उन्होंने जनवरी 2024 में आर्य समाज मंदिर में प्रेम विवाह किया था. शादी के बाद दोनों हैदराबाद के बोडुप्पल में किराए के मकान में रहने लगे. शुरुआती दिनों में सबकुछ सामान्य रहा, लेकिन जल्द ही घरेलू विवाद बढ़ने लगे. अप्रैल 2024 में पत्नी ने विकाराबाद पुलिस में घरेलू हिंसा की शिकायत भी दर्ज कराई थी.
इसके बाद में गांव के बुजुर्गों की मौजूदगी में समझौता हो गया. मृतका ने पंजागुट्टा स्थित एक कॉल सेंटर में नौकरी शुरू की थी, लेकिन पति को उसकी गतिविधियों पर शक था. आरोपी ने उसे काम छोड़ने के लिए मजबूर किया. मार्च 2025 में महिला गर्भवती हुई, लेकिन झगड़े नहीं रुके. 22 अगस्त को महिला ने विकाराबाद जाकर मेडिकल चेकअप कराने और उसके बाद मायके में रहने की बात कही, तो विवाद बढ़ गया.
बीवी की हत्या के बाद टुकड़े किए शव
पुलिस का कहना है कि झगड़े के दौरान पत्नी द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने के बाद आरोपी ने हत्या का मन बना लिया. उसने शनिवार शाम पत्नी का गला घोंटकर हत्या कर दी. इसके बाद शव को काटने के लिए हेक्सा ब्लेड का इस्तेमाल किया. सिर, हाथ और पैर काटकर प्लास्टिक की थैलियों में पैक किया और प्रतापसिंगाराम इलाके में मूसी नदी में फेंक आया. आरोपी तीन बार नदी गया और शरीर के अलग-अलग हिस्सों को वहां फेंका.
हत्या के बाद ऐसे गढ़ी झूठी कहानी
इसके बाद पत्नी के शव का धड़ उसने कमरे में ही छिपाकर रख दिया. वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी ने अपनी बहन को फोन कर बताया कि उसकी पत्नी लापता हो गई है. बहन को शक हुआ और उसने एक रिश्तेदार को सूचना दी. रिश्तेदार आरोपी को थाने तक ले गया. वहां आरोपी ने पहले गुमशुदगी की कहानी गढ़ने की कोशिश की, लेकिन कड़ाई से पूछताछ में उसने हत्या की बात कबूल कर ली.
आरोपी के घर से शव का धड़ बरामद
पुलिस ने आरोपी की निशानदेही पर घर से शव के धड़ को बरामद कर लिया है और उसे पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है. डीसीपी ने बताया कि मृतका की पहचान सुनिश्चित करने के लिए डीएनए टेस्ट कराया जाएगा. मूसी नदी में फेंके गए शरीर के अंगों की तलाश के लिए एनडीआरएफ के जवान और जीएचएमसी के तैराक लगातार सर्च ऑपरेशन चला रहे हैं, लेकिन अभी तक हाथ-पैर और सिर बरामद नहीं हो सके हैं.
हत्या और सबूत मिटाने का केस दर्ज
पुलिस ने आरोपी के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की संबंधित धाराओं के तहत हत्या और सबूत मिटाने का केस दर्ज किया है. इस केस की जांच कर रहे अधिकारियों का कहना है कि पारिवारिक कलह और शक ने इस रिश्ते को इतनी भयावह अंजाम तक पहुंचा दिया. इस मामले की गहन जांच जारी है. पुलिस शव के शेष हिस्सों और हत्या में इस्तेमाल हथियार की बरामदगी के प्रयास कर रही है.