
कोरोना काल में इंसान की बेचारगी का फायदा उठाने के लिए कुछ लोग बेहद ही घटिया काम कर रहे हैं. अभी कुछ लोग जब एक-एक सांस के लिए तड़प रहे हैं और उनके घर वाले ऑक्सीजन सिलेंडर के लिए मारे-मारे फिर रहे तो कुछ बेइमान आग बुझाने वाले अग्निशमन यंत्र को ऑक्सीजन सिलेंडर बताकर भोले-भाले लोगों को बेच रहे हैं.
ऑक्सीजन खरीदने की जल्दबाजी, ऑक्सीजन सिलेंडर को लेकर अज्ञानता की वजह से लोग ऐसे ठगों की चपेट में आ रहे हैं और भारी भरकम रकम चुका रहे हैं. दिल्ली में एक महिला ने अपने रिश्तेदार की जान बचाने के लिए 10 हजार में एक शख्स से कहने के लिए तो ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदा लेकिन जब वो अस्पताल गई तो उसके होश उड़ गए. क्योंकि जिसे उसने ऑक्सीजन सिलेंडर समझ कर लाई थी वो आग बुझाने की मशीन निकली.
कोई लालची आपको न ठगे इस लिए ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने से पहले इसकी बारीकी से पहचान कर करें. इसके लिए हम आपको कुछ सामान्य तरीका बताते हैं.
सिलेंडर का रंग
ऑक्सीजन सिलेंडर और फायर एक्सटिंग्विशर में अंतर करने का सबसे बड़ा तरीका रंग है. फायर एक्सटिंग्विशर भारत में लाल रंग के होते हैं. जबकि ऑक्सीजन सिलेंडर काले और सिल्वर के रंग के होते हैं. ऑक्सीजन सिलेंडर में जहां से ऑक्सीजन भरी जाती है वहां सफेद या हरा रंग किया होता है. इसलिए ऑक्सीजन सिलेंडर को पहचानने का सबसे अच्छा तरीका यही होता है. भारत में ऑक्सीजन सिलेंडर अपना वास्तविक रंग खो देने के कारण मटमैले रंग के भी होते हैं और जंग लगे हुए जैसे दिखते हैं.

बता दें कि दिल्ली में पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया है जो फायर एक्सटिंग्विशर को काले और सिल्वर रंग में रंग रहे थे, ताकि लोगों को ठगा जा सके. पुलिस ने इस दौरान बड़ी संख्या में पुराने फायर एक्सटिंग्विशर बरामद किए हैं.
आकार
ऑक्सीजन सिलेंडर और फायर एक्सटिंग्विशर का आकार एक जैसा होता है. दोनों गोल और लंबे सिलेंडरिक्ल साइज के होते हैं. लेकिन आग बुझाने वाली मशीन फायर एक्सटिंग्विशर अमूमन साइज में छोटे होते हैं. जबकि भारत में ऑक्सीजन सिलेंडर लगभग तीन से चार फीट के होते हैं.
फायर एक्सटिंग्विशर के मुहाने पर ही एक रिंग होता है, जो इस सिलेंडर को लॉक रखने के लिए लगाया जाता है. इसे खोलने के बाद ही सिलेंडर का इस्तेमाल किया जाता है, जबकि ऑक्सीजन सिलेंडर का मुंह नुकीला होता है. और उसपर नोजल लगा होता है. ऑक्सीजन सिलेंडर पूरा गोल होता है. इसमें किसी तरह का और उपकरण नहीं लगा होता है. लेकिन फायर एक्सटिंग्विशर में एक पाइप लगा होता है.

फायर एक्सटिंग्विशर पर कंपनी का नाम, उस पर एक्सपाइरी की तारीख लिखी होती है. लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर पर ऐसी कोई जानकारी स्पष्ट रूप से दर्ज नहीं होती है.
ऑक्सीजन सिलेंडर पूरा गोल होता है. इसमें किसी तरह का और उपकरण नहीं लगा होता है. लेकिन फायर एक्सटिंग्विशर में एक पाइप लगा होता है.
वजन
सिलेंडर Alloy steel के बने होते हैं, इसलिए ये वजनी होता है. आम तौर पर एक सामान्य ऑक्सीजन सिलेंडर का वजन 17 से 20 किलो होता है, जबकि फायर एक्सटिंग्विशर 5-8 किलो से लेकर सामान्य तौर पर 10-12 किलो के होते हैं.