24 साल के अशरफ ने हैदराबाद से मैकेनिकल में बी टेक की पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी की तलाश में जुटने से पहले मुंबई और गोवा घूमने की योजना बनाई. और अपनी इस योजना के मुताबिक अशरफ 20 फरवरी को मुंबई पहुंच गए. अशरफ की योजना 25 मार्च को मुंबई से अपने दोस्तों के साथ गोवा के लिए रवाना होने की थी.
सोसाइटी के लोगों की आपत्ति
इस दौरान अशरफ नवी मुंबई में खारघर के पास अपने दोस्त के साथ रह रहा था. लेकिन गोवा के लिए निकलने से एक दिन पहले ही देश में लॉकडाउन लगा दिया गया और वह मुंबई में ही फंस गया.
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अशरफ अपने दोस्त रवि के साथ एक अन्य दोस्त नफीस के घर पर ठहरे हुए थे, लेकिन उनके मकान मालिक ने इन दोस्तों के रहने पर आपत्ति जताई.
शर्तों के साथ सोसाइटी में रहे
अशरफ ने बताया कि सोसाइटी नहीं चाहती थी कि लॉकडाउन के दौरान वहां कोई बाहरी व्यक्ति रहे, लेकिन हमने उनसे कहा कि हम हैदराबाद या गुवाहाटी नहीं जा सकते, जहां हम रहते हैं. हम किसी तरह उन्हें समझाने में कामयाब रहे और उन्होंने हमें इस शर्त के साथ रहने दिया कि हम घर से बाहर बिल्कुल नहीं निकलेंगे और हमने ऐसा ही किया.
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अशरफ ने बताया कि हम शर्तों के मुताबिक रहे. हम दोनों ने स्थानीय पुलिस में श्रमिक ट्रेनों के माध्यम से घर की यात्रा करने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया, लेकिन हमें फोन नहीं आया.
ट्रेन में 3 बार कराया रजिस्ट्रेशन
उन्होंने कहा, 'मैं 3 बार रजिस्ट्रेशन कराने के लिए गया था. लेकिन 3 बार रजिस्ट्रेशन कराने के बाद भी मुझे कोई कॉल नहीं आई. सड़क मार्ग से गुवाहाटी के पास बोंगईगांव जिले की यात्रा करना संभव नहीं था. इसलिए जब उड़ानें शुरू हुईं, तो हमने तुरंत 22 मई को बुकिंग कराई.'
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अशरफ ने मुंबई से 25 मई को सुबह 5 बजे इंडिगो की उड़ान 6E-958 बुक कराई है. इसलिए नफीस ने अशरफ और रवि को आज दोपहर के समय हवाई अड्डे पर पहुंचा दिया, लेकिन बाद में उन्हें जानकारी मिली कि उनकी आज की उड़ान स्थगित हो गई है और अब कल मंगलवार (26 मई) को दोपहर 1.30 बजे उनकी फ्लाइट है. लेकिन बदलाव की जानकारी नफीस एयरपोर्ट से चले जाने के बाद अशरफ और रवि को मिली.
अशरफ ने कहा कि हम लोग पास के कुछ रेस्तरां की तलाश में निकले जहां खाना उपलब्ध हो. हमारे पास सिर्फ पानी ही है, लेकिन हमारे पास वापस खारघर जाने का कोई विकल्प नहीं है. हम यहीं पर अपनी उड़ान भरने तक हवाई अड्डे पर प्रतीक्षा करेंगे.
वापस पैदल नहीं जा सकता- अशरफ
उन्होंने कहा, 'मैं अब नफीस के घर जाने के लिए 30 किलोमीटर पैदल नहीं चल सकता. साथ ही हवाई अड्डे से वापस लौटने पर नफीस के सोसाइटी वाले हमें रखेंगे भी नहीं.'
हालांकि अशरफ का दोस्त रवि इस मामले में आश्वस्त नहीं था कि क्योंकि उसे लगता है कि हो सकता है कि कल भी उड़ान रद्द हो जाएगी, हम हवाई अड्डे पर कब तक इंतजार करेंगे? दोनों के पास टिकट होने के बावजूद एयरपोर्ट में प्रवेश करने की अनुमति नहीं मिली है. उड़ान से चार घंटे पहले ही उन्हें अनुमति मिल पाएगी.
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आंखों में आंसू लिए अशरफ सिर्फ आस-पास मौजूद चीजों को देखने को बेबस है. अशरफ कहते हैं कि आज ईद है और आज के दिन मैं भोजन और पानी के बिना परिवार और दोस्तों से बहुत दूर हूं. मैंने उनसे फोन पर बात की है. उम्मीद है कि यह जल्द ही खत्म हो जाएगा.