हर किसी का सपना होता है कि उसका अपना शानदार घर और कार हो. ये चीजें सिर्फ शान की बात नहीं, बल्कि जरूरत बन चुकी हैं. ये सपने सिर्फ तगड़ी कमाई करने वाले लोगों के ही नहीं होते, जबकि कम सैलरी वाले लोग भी इन्हें पूरा करने के लिए जी-तोड़ मेहनत करते हैं. अब सवाल ये कि क्या हर महीने 25,000 रुपये कमाने वाला आदमी घर-गाड़ी जैसे सपने पूरा कर सकता है? ये मुश्किल लगता है, लेकिन एक्सपर्ट की मानें, तो बचत और निवेश की सही प्लानिंग से ये संभव है. उन्होंने एक फॉर्मूला बताया है, जिससे छोटी-सी रकम से भी धीरे-धीरे बड़े सपनों को हकीकत में बदला जा सकता है. आइए जानते हैं कैसे?
सपने पूरे करने के लिए नियमित निवेश जरूरी
इंडिया टुडे पर छपी एक रिपोर्ट में बिजनेस कोच दीपक वाधवा की लिंक्डइन पोस्ट के हवाले से बताया गया है कि कैसे धैर्य और अनुशासन के साथ बचत और निवेश करने से आपका घर और गाड़ी खरीदने का सपना पूरा हो सकता है. वाधवा ने इसमें पूरा कैलकुलेशन समझाया है. वह लिखते हैं कि 'क्या आपने 25,000 रुपये की वेतन पर फॉर्च्यूनर और एक घर खरीदने के बारे में सुना है? यह एक धोखा जैसा लगता है, लेकिन कैलकुलेशन कुछ और ही कहती नजर आती है'. उन्होंने कहा कि भले ही छोटा, लेकिन नियमित निवेश करने से किसी भी व्यक्ति का फाइनेंशियल स्टेटस बदल सकता है.
SIP की पावर से दिखेगा बड़ा कमाल
वाधवा के फॉर्मूले के बारे में बात करें, तो इसमें सिस्टामैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी की पावर का जिक्र है. उन्होंने बताया कि आप शुरुआत में अपनी 25,000 रुपये महीने की सैलरी में से महज 5000 रुपये बचाएं और इसका निवेश एसआईपी में करें. इसके बाद इस निवेश की रकम में हर साल 20 फीसदी का इजाफा करें, तो औसत एसआईपी रिटर्न के आधार पर 15 साल में आपके पास 1.5 करोड़ रुपये फंड जमा हो सकता है.
इसके बाद आपको करना ये है कि अपनी इस रकम को SWP में स्विच करें, जिससे अगले 30 सालों के लिए आपको 2 लाख रुपये महीना तक मिलेगा. इस फॉर्मूले से आप आसानी से अपने लिए फॉर्च्यूनर जैसी कार ले सकेंगे, साथ ही शानदार घर खरीदकर उसकी ईएमआई का पेमेंट भी आसानी से कर पाएंगे.

क्या होता है एसडब्ल्यूपी?
जैसे एसआईपी का मतलब सिस्टेमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान हो, तो वहीं SWP को सिस्टेमैटिक विद्ड्रॉल प्लान कहा जाता है, इसमें म्यूचुअल फंड में मोटी रकम का एकमुश्त निवेश करने के बाद उसे एक तय समय तक मंथली राशि के रूप में पा सकते हैं. मतलब हर महीने की निश्चित इनकम बनी रहती है. इसके साथ ही निवेश पर शानदार रिटर्न भी मिलता रहता है. मतलब एसआईपी से जुटाए फंड को एसडब्ल्यूपी में निवेश करते मंथली इनकम और रिटर्न दोनों पा सकते हैं. जिससे घर और कार जैसी चीजों की ईएमआई आसानी से भरी जा सकती हैं.
भले ही कम आय के साथ शुरुआत की जाए, लेकिन मोटा फंड जुटाने के लिए सही स्ट्रेटजी के साथ निवेश और अनुशासन के साथ धैर्य का बड़ा रोल होता है. एक्सपर्ट वाधवा के मुताबिक, धीरे-धीरे बढ़ती हुई रकम पर जोर देना, किसी बड़े जोखिम भरे निवेश की तुलना में बेहतर है. निवेश का फॉर्मूला बताते हुए उन्होंने कहा कि असली चुनौती कार या घर जैसे बड़े खर्चों को पूरा करना नहीं, बल्कि यह है कि क्या समय के साथ आवश्यक पूंजी बनाने का धैर्य है.
नियमित निवेश और कंपाउंडिंग का लाभ
गौरतलब है कि एसआईपी में निवेश एक लॉन्गटर्म इन्वेस्टमेंट प्रोसेस है. इसके साथ ही SIP बीते कुछ समय में निवेश का सबसे पॉपुलर जरिया बनकर उभरा है. अगर रिटर्न की बात करें, तो निवेशकों को औसत 12-15 फीसदी तक रिटर्न हासिल हुआ है. तो वहीं ये अधिकतम 16-18 फीसदी तक रहा है. इसके जरिए छोटी-छोटी बचत को कंपाउंडिंग के साथ बड़े फंड में तब्दील किया जा सकता है.
(नोट- किसी भी निवेश से पहले अपने एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)