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RBI Policy खुशखबरी: RTGS-NEFT से पैसा ट्रांसफर करने पर अब नहीं लगेगा चार्ज

RTGS का उपयोग लाखों रुपये ट्रांसफर करने में किया जाता है. जब भी भारी रकम ट्रांसफर की जाती है, तो ट्रांसफर के लिए कुछ चार्ज लगता है.

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RBI की बैठक से निकली खुशी की खबर!
RBI की बैठक से निकली खुशी की खबर!

मोदी सरकार 2.0 की शुरुआत ही आम लोगों के लिए तोहफा लेकर आई है. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने गुरुवार को रेपो रेट में 0.25 बेस प्वाइंट की कटौती की है, जिसका सीधा फायदा आपकी EMI में देखने को मिलेगा. इतना ही नहीं सबसे बड़े बैंक की तरफ से एक और तोहफा दिया गया है, जिसके तहत अब पैसे ट्रांसफर करने पर लगने वाले चार्ज को हटा दिया या फिर कम कर दिया गया है.

RBI के गुरुवार के फैसले के अनुसार, बैंकों से RTGS (Real-time gross settlement) और NEFT (National Electronic Funds Transfer) के लिए लगने वाले चार्ज अब लागू नहीं होंगे. जल्द ही इसको लेकर एक सर्कुलर जारी कर दिया जाएगा, जिसे देश के हर बैंक के पास पहुंचाया जाएगा.

आपको बता दें कि RTGS का उपयोग लाखों रुपये ट्रांसफर करने में किया जाता है. जब भी भारी रकम ट्रांसफर की जाती है, तो ट्रांसफर के लिए कुछ चार्ज लगता है. लेकिन अब ये नहीं लगेगा, यानी छोटे या बड़े कारोबारी जो सेकेंड में अपना पैसा ट्रांसफर करते हैं उनके लिए खुशखबरी है. इसके साथ ही NEFT के जरिए भी होने वाले मनी ट्रांसफर पर लगने वाले चार्ज भी अब नहीं लगेंगे.

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उदाहरण के तौर पर ICICI बैंक की तरफ से RTGS, NEFT के द्वारा किए गए ट्रांसफर पर अलग-अलग चार्ज लगाए जाते हैं. इनमें अलग-अलग श्रेणी होती है, जैसे 10 हजार, 20 हजार, 50 हजार, एक लाख या अधिक. देखें अभी क्या लगते हैं चार्ज...

 

बैठक में रचा गया इतिहास

RBI की मौद्रिक समीक्षा बैठक में 0.25 बेस प्‍वाइंट की कटौती हुई है. इसी के साथ अब नई रेपो रेट 5.75% हो गई है. आरबीआई की पिछली दो बैठकों में भी एमपीसी रेपो रेट में क्रमश: 0.25 फीसदी की कटौती कर चुकी है. यानी जून में लगातार तीसरी बार केंद्रीय बैंक ने रेपो रेट घटाई है. वहीं रिजर्व बैंक के इतिहास में पहली बार है जब आरबीआई गवर्नर की नियुक्ति के बाद लगातार तीसरी बार रेपो रेट में कमी आई है.

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