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जब देश में आसमान छू रहे हैं प्रॉपर्टी के दाम, इस शहर में क्यों सस्ता हो रहा है घर?

पिछले कुछ समय से, अमेरिका में मंदी की आशंका के कारण वैश्विक आईटी कंपनियों पर दबाव है, जिसका असर नई भर्तियों और कर्मचारियों की नौकरी की सुरक्षा पर भी पड़ रहा है.

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पुणे में क्यों घट रहे हैं प्रॉपर्टी के रेट(incredibleindia.gov.in)
पुणे में क्यों घट रहे हैं प्रॉपर्टी के रेट(incredibleindia.gov.in)

देश के तमाम बड़े शहरों में प्रॉपर्टी कीमतें आसमान छू रही हैं. घर घरीदना अब लोगों के बजट से बाहर हो रहा है, ऐसे में एक ऐसा शहर भी है, जहां प्रॉपर्टी के रेट कम हो रहे हैं. ये शहर है पुणे. हाउसिंग डॉट कॉम (Housing.com) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुणे में घरों की कीमतों में गिरावट की खबर है, जो अन्य शहरों के विपरीत है, जहां कीमतें बढ़ रही हैं.

हाउसिंग डॉट कॉम और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस (ISB) की एक रिपोर्ट के मुताबिक, पुणे भारत का एकमात्र प्रमुख शहर है जहां पिछले एक साल में घरों की कीमतों में गिरावट दर्ज की गई है. 

रिपोर्ट में इस गिरावट का मुख्य कारण पुणे के आईटी सेक्टर में बढ़ती अनिश्चितता को बताया गया है. वैश्विक आर्थिक स्थितियों, खासकर अमेरिका में मंदी के डर से, आईटी पेशेवरों जैसे होमबायर्स बड़े निवेश करने से बच रहे हैं. हालांकि, रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि बड़े और प्रीमियम घरों (जैसे 3BHK) की मांग अभी भी मजबूत बनी हुई है.

 

पुणे में क्यों घट रही हैं घरों की कीमतें?

यह रिपोर्ट बताती है कि पुणे का हाउसिंग प्राइस इंडेक्स (HPI) सालाना 4 पॉइंट नीचे आया है. HPI किसी भी शहर में प्रॉपर्टी की कीमतों के उतार-चढ़ाव को मापने का एक पैमाना है. जहां बेंगलुरु और हैदराबाद जैसे अन्य आईटी हब में रियल एस्टेट मार्केट तेजी से बढ़ रहा है, वहीं पुणे में कीमतों का घटना कई सवाल खड़े करता है.

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रिपोर्ट में इस गिरावट का सीधा संबंध पुणे के आईटी सेक्टर में बढ़ती अनिश्चितता से बताया गया है. पुणे की अर्थव्यवस्था काफी हद तक आईटी प्रोफेशनल्स पर निर्भर करती है. पिछले कुछ समय से अमेरिका में मंदी की आशंका के कारण वैश्विक आईटी कंपनियों पर दबाव है, जिसका असर नई भर्तियों और कर्मचारियों की नौकरी की सुरक्षा पर भी पड़ रहा है. जब आईटी सेक्टर में काम करने वाले लोग अपने भविष्य को लेकर चिंतित होते हैं, तो वे घर खरीदने जैसा बड़ा वित्तीय फैसला लेने से बचते हैं. इससे पुणे में घरों की बिक्री पर सीधा असर पड़ा है, जब खरीदार कम होते हैं, तो जाहिर है कि प्रॉपर्टी के दाम भी नीचे आने लगते हैं.

प्रीमियम सेगमेंट पर नहीं पड़ा असर

हालांकि, इस रिपोर्ट में एक दिलचस्प बात भी सामने आई है. भले ही ओवरऑल मार्केट में गिरावट आई हो, लेकिन पुणे में बड़े और प्रीमियम घरों की मांग पर कोई असर नहीं पड़ा है. खासकर 3BHK जैसे बड़े घरों की बिक्री अभी भी मजबूत बनी हुई है. इसका मतलब है कि जिन लोगों को वास्तव में घर की ज़रूरत है और जिनका बजट स्थिर है, वे इस मौके का फायदा उठाकर एक अच्छा और बड़ा घर खरीद रहे हैं. यह गिरावट उन लोगों के लिए एक अवसर हो सकती है जो लंबे समय से पुणे में अपना घर खरीदने का सपना देख रहे थे. वे शायद अब पहले से बेहतर डील हासिल कर सकते हैं.

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