बिहार की राजधानी पटना में रियल एस्टेट सेक्टर तेजी से आगे बढ़ रहा है. जो शहर पहले खासतौर पर मिडिल-क्लास आवासीय प्रोजेक्ट के लिए जाना जाता था, वहां प्रीमियम और लग्जरी अपार्टमेंट्स की मांग में तेजी आई है. पिछले कुछ सालों में प्रॉपर्टी के रेट में लगातार बढ़ोतरी हो रही है.
पटना में तेजी से हो रहे शहरीकरण ने प्रीमियम और लग्जरी आवासों की मांग को बढ़ावा दिया है. एयरपोर्ट, पटना जंक्शन, और नई सड़कों जैसी कनेक्टिविटी ने शहर के प्रमुख इलाकों में प्रॉपर्टी की वैल्यू बढ़ा दी है. शहर में रहने वाले मध्यम और उच्च-मध्यम वर्ग के लोगों की आय में वृद्धि हुई है. वे अब सिर्फ रहने के लिए जगह नहीं चाहते, बल्कि एक ऐसी जीवनशैली चाहते हैं, जो आधुनिक सुविधाओं और आराम से भरी हो.
पटना अब एक निवेश का हॉटस्पॉट भी बन गया है. वो निवेशक जो बिहार से बाहर रहते हैं, यहां रियल एस्टेट में निवेश कर रहे हैं, क्योंकि उन्हें भविष्य में कीमतों में अच्छी बढ़ोतरी की उम्मीद है. कोविड-19 महामारी के बाद, लोग बड़े और हवादार घरों को पसंद कर रहे हैं, जहां उन्हें काम करने और परिवार के साथ रहने के लिए पर्याप्त जगह मिले. इस वजह से भी लग्जरी अपार्टमेंट्स की मांग बढ़ी है. बड़े- बड़े डेवलपर्स अब पटना में लग्जरी प्रोजेक्ट्स लॉन्च कर रहे हैं, जिनमें जिम, स्विमिंग पूल, क्लब हाउस और 24/7 सुरक्षा जैसी प्रीमियम सुविधाएं शामिल हैं. ये सुविधाएं खरीदारों को आकर्षित कर रही हैं.
पटना में कई इलाके हैं जो निवेश के लिए बेहतरीन विकल्प के रूप में उभर रहे हैं. इनकी मांग और भविष्य की क्षमता को देखते हुए, ये कुछ प्रमुख इलाके हैं-
दानापुर: यह शहर के सबसे पॉश और तेजी से विकसित हो रहे इलाकों में से एक है. मैजिकब्रिक्स के अनुसार, यहां 2 बीएचके की कीमत ₹29 लाख से ₹1.10 करोड़ तक है, जबकि 3 बीएचके की कीमत ₹35 लाख से ₹1.55 करोड़ तक है. दानापुर में अपार्टमेंट, घर और प्लॉट, सभी तरह की प्रॉपर्टी उपलब्ध हैं, साथ ही यहां पब्लिक ट्रांसपोर्ट, अस्पताल और मॉल जैसी सुविधाएं भी मौजूद हैं.
बोरिंग रोड: यह हमेशा से पटना के सबसे पॉश इलाकों में से एक रहा है. एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन से इसकी निकटता इसे और भी आकर्षक बनाती है. बोरिंग रोड उन लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प है, जो शहर के केंद्र में रहना चाहते हैं. यहां 2 बीएचके की कीमत ₹55 लाख से ₹85 लाख तक और 3 बीएचके की कीमत ₹60 लाख से ₹1.90 करोड़ तक है.
बिहटा: पटना के बाहरी इलाके में स्थित, बिहटा निवेश के लिए एक और उभरता हुआ केंद्र है. यहां किफायती घर उपलब्ध हैं, जहां 2 बीएचके ₹20 लाख से ₹45 लाख और 3 बीएचके ₹45.5 लाख से ₹60 लाख में मिल रहे हैं. यहां कम लागत वाले प्लॉटेड डेवलपमेंट और अपार्टमेंट प्रोजेक्ट्स विकसित हो रहे हैं, जो मिडिल-क्लास परिवारों के लिए उपयुक्त हैं.
दीदारगंज: कच्ची दरगाह-बिदुपुर पुल और नए आईएसबीटी के आने से दीदारगंज में रियल एस्टेट की मांग तेजी से बढ़ी है. यह इलाका भविष्य में रिटेल और अन्य कमर्शियल गतिविधियों का केंद्र बन सकता है.
जहां एक ओर प्रीमियम और लग्जरी आवासों की मांग बढ़ रही है, वहीं पटना में मिडिल-क्लास परिवारों के लिए किफायती घरों की स्थिति भी महत्वपूर्ण है. सरकार और बिल्डर्स दोनों ही इस सेगमेंट के लोगों के लिए काम कर रहे हैं. बिहार सरकार, केंद्र सरकार की योजनाओं के साथ मिलकर शहरी गरीबों और मिडिल-क्लास परिवारों के लिए किफायती आवास उपलब्ध कराने पर काम कर रही है. प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत, लाभार्थियों को घर बनाने या खरीदने के लिए आर्थिक सहायता दी जा रही है.
पटना का रियल एस्टेट बाजार एक बहुआयामी विकास के दौर से गुजर रहा है. एक तरफ प्रीमियम और लग्जरी सेगमेंट तेजी से बढ़ रहा है, तो दूसरी तरफ मिडिल-क्लास परिवारों के लिए किफायती आवासों की जरूरतों को पूरा करने के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं. यह संतुलन पटना को एक ऐसा रियल एस्टेट बाजार बनाता है, जहां हर आय वर्ग के लोगों के लिए अवसर मौजूद हैं.