मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ दिन पहले ही पटना मेट्रो के पहले चरण का उद्घाटन किया था. यह महत्वाकांक्षी परियोजना, सिर्फ पटना की यातायात समस्या को हल करने का जरिया नहीं है, बल्कि शहर के रियल एस्टेट मार्केट के लिए एक गेम चेंजर साबित होगी. मेट्रो कनेक्टिविटी के शुरू होने के साथ ही, पटना की जीवनशैली बेहतर होगी यात्रा का समय कम होगा और सबसे महत्वपूर्ण, मेट्रो रूट के किनारे की प्रॉपर्टी की मांग और वैल्यू में तेजी से उछाल आ रहा है.
मेट्रो रूट के आसपास की जगहों की मांग पहले ही बढ़ चुकी है. ये इलाके आवासीय और वाणिज्यिक विकास दोनों के लिए 'प्रीमियम' स्थान बन जाएंगे. बेहतर कनेक्टिविटी के कारण लोग मेट्रो स्टेशनों के पास रहना पसंद करेंगे.
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मेट्रो कनेक्टिविटी से उच्च-मध्यम वर्ग और प्रवासी बिहारी निवेशकों का आकर्षण बढ़ा है, अब शहर में बड़े डेवलपर्स लग्जरी रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स लॉन्च कर रहे हैं, जिनमें जिम, स्विमिंग पूल, और क्लब हाउस जैसी प्रीमियम सुविधाएं शामिल हैं. ये आधुनिक जीवनशैली की मांग को पूरा कर रहे हैं. मेट्रो प्रोजेक्ट ने बैली रोड और अनिसाबाद जैसे मौजूदा प्रमुख स्थानों की वैल्यू को और बढ़ा दिया है, साथ ही, न्यू आईएसबीटी, रुकनपुरा, राजाबाजार और अन्य मेट्रो स्टेशन के आस-पास के इलाके निवेश के नए हॉटस्पॉट के रूप में उभर रहे हैं.
मेट्रो कनेक्टिविटी रियल एस्टेट बाजार पर गहरा सकारात्मक प्रभाव डालती है. शुरुआती बढ़त मेट्रो परियोजनाओं की घोषणा होते ही कीमतों में उछाल आना शुरू हो जाता है. हालांकि, परिचालन शुरू होने से पहले का समय निवेशकों के लिए सबसे अच्छा होता है, क्योंकि इस अवधि में कीमतें परिचालन के बाद के उछाल से पहले थोड़ी कम स्थिर होती हैं.
सरकार मेट्रो गलियारों के पास TOD प्रोजेक्ट्स को बढ़ावा दे रही है, जिससे रिहायशी और वाणिज्यिक इकाइयों की मांग बढ़ेगी, ऐसे प्रोजेक्ट में निवेश करना दीर्घकालिक लाभ के लिए रणनीतिक हो सकता है. पटना अब स्थानीय लोगों के साथ-साथ बाहर रहने वाले प्रवासी बिहारी और NRI निवेशकों के लिए भी एक भरोसेमंद निवेश स्थान बन चुका है. मेट्रो इस विश्वास को और मज़बूत करेगी.
अन्य भारतीय शहरों के मेट्रो अनुभव को देखते हुए, पटना में भी मेट्रो रूट के किनारे रियल एस्टेट में बड़ी वृद्धि की उम्मीद है. प्रॉपर्टी की कीमतें 20% से 50% या उससे अधिक तक बढ़ सकते हैं. भारत के कई शहरों में मेट्रो रेल के चालू होने पर प्रॉपर्टी की कीमतों में 50% से अधिक की वृद्धि देखी गई है. पटना में भी मेट्रो के परिचालन के बाद अगले 5 वर्षों में प्रॉपर्टी के दामों में बढ़ोतरी होने की संभावना है, खासकर 2-3 किलोमीटर के दायरे में आने वाले स्थानों पर.
कनेक्टिविटी सुधरने से किराए पर रहने वाले पेशेवरों और छात्रों की मांग बढ़ेगी, जिससे किराये की दरों में भी उल्लेखनीय वृद्धि होगी. पटना मेट्रो शहर के रियल एस्टेट को नई दिशा देगी.
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