Gen Z को लेकर लोगों की यही आम धारणा रही है कि ये वो पीढ़ी है जो सिर्फ किराए के घरों में रहती है और जिन्हें बड़े 'कमिटमेंट' पसंद नहीं होते. लेकिन अब ये सोच तेजी से बदल रही है. Gen Z अब रियल एस्टेट मार्केट में पूरी ताकत से आगे आ रहे हैं. नाइट फ्रैंक (Knight Frank) की रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में 71% Gen Z किराए पर रहने के बजाय खुद का घर लेना चाहते हैं जो कि एक बहुत बड़ा बदलाव है.
मिलेनियल्स (Millennials) के समय में, कई युवा नौकरी की अनिश्चितता के चलते किराए पर रहना पसंद करते थे. लेकिन Gen Z के लिए, प्रॉपर्टी सिर्फ पैसा कमाने का ज़रिया नहीं है, बल्कि यह स्थिरता, अपनी पहचान और बड़े सपने पूरे होने की निशानी है.
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एक रिपोर्ट के मुताबिक, 73% Gen Z को अंडर-कंस्ट्रक्शन प्रॉपर्टीज ज़्यादा पसंद हैं क्योंकि उन्हें कम कीमत में एंट्री मिल जाती है. साथ ही किस्तों में पैसे देने की सहूलियत मिलती है. उन्हें अपने घर को पसंद के हिसाब से बनवाने की आजादी मिल जाती है. Gen Z की पहली पसंद आज भी अपार्टमेंट बने हुए हैं, करीब 70% Gen Z इन्हें ही चुनते हैं. इसकी मुख्य वजह यह है कि अपार्टमेंट में उन्हें कम्युनिटी वाली लाइफस्टाइल मिलती है और शहर की ज़रूरी चीज़ें आसानी से मिल जाती हैं.
हालांकि, एक दिलचस्प बात यह है कि युवा खरीददारों में 53% लोग अब जगह को लोकेशन से ज़्यादा ज़रूरी मान रहे हैं, यानी वे छोटे लोकेशन के बजाय बड़ी जगह को प्राथमिकता दे रहे हैं.
रियल एस्टेट मार्केट में Gen Z और मिलेनियल्स दोनों ही बड़े खरीददार हैं, लेकिन उनकी प्राथमिकताएं अलग हैं. मिलेनियल्स (जो अब 30 के दशक के मध्य में हैं) मुख्य रूप से स्थिरता, सुरक्षा और परिवार-केंद्रित जीवन को प्राथमिकता देते हैं. उनके लिए प्रॉपर्टी एक पारंपरिक, लंबी अवधि का निवेश है, इसलिए वे अक्सर अच्छे स्कूल डिस्ट्रिक्ट्स वाले बड़े, उपनगरीय घरों की तलाश करते हैं. इसके विपरीत, Gen Z जो मिलेनियल्स की तुलना में 5-6 साल पहले ही बाज़ार में प्रवेश कर रहे हैं, प्रॉपर्टी को मुख्य रूप से इनकम का सोर्स भी मानते हैं.
एक रिपोर्ट के आंकड़े Gen Z की इस बदली हुई मानसिकता को साबित करते हैं. 36% Gen Z खरीददार घर को खुद रहने के लिए खरीद रहे हैं, जबकि इतने ही यानी 36% लोग घर को खरीदकर उसे नया बनाने या अपग्रेड करने की प्लानिंग कर रहे हैं. ये आंकड़े बताते हैं कि Gen Z प्रॉपर्टी को सिर्फ एक ऐसा निवेश नहीं मानते, जिसे खरीदकर भूल जाओ. उनके लिए घर लेना ज़िंदगी का एक बड़ा फैसला भी है और उनकी लाइफस्टाइल का स्टाइल स्टेटमेंट भी है.
बाज़ार में भी इस बदलाव का असर दिख रहा है. बेंगलुरु जैसे बड़े शहरों में, पिछले साल के मुकाबले इस साल मिलेनियल्स और Gen Z ने 30% से 45% तक ज़्यादा प्रॉपर्टी खरीदी है. यहां तक कि एक बड़े ऑनलाइन प्रॉपर्टी प्लेटफॉर्म पर, 2024 की शुरुआत में हुई कुल खरीद में से 60% खरीद सिर्फ इन दो युवा पीढ़ियों ने की थी.
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