रीसेल प्रॉपर्टी खरीदना एक अच्छा विकल्प हो सकता है, क्योंकि यह अक्सर नई प्रॉपर्टी की तुलना में कम कीमत पर उपलब्ध होती है. हालांकि, ऐसी संपत्ति खरीदते समय कुछ सावधानियां बरतना जरूरी है, ताकि आपका निवेश सुरक्षित रहे और आपको सही दाम भी मिले.
दस्तावेजों की जांच,टाइटल डीड, सेल डीड, और एनओसी (नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट) जैसे दस्तावेजों की जांच करें.
पिछले 12-15 सालों का एन्कमब्रन्स सर्टिफिकेट लें ताकि पता चल सके कि संपत्ति पर कोई बकाया ऋण, कानूनी विवाद, या बंधक तो नहीं है. साथ ही सुनिश्चित करें कि प्रॉपर्टी टैक्स, बिजली, पानी और सोसाइटी बिल का कोई बकाया नहीं है.
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आज जिस प्रॉपर्टी को खरीदने जा रहे हैं, उसका खुद जाकर निरीक्षण करें. दीवारों, छत, प्लंबिंग, और इलेक्ट्रिकल सिस्टम की स्थिति जांचें. पुरानी संपत्तियों में मरम्मत की लागत अधिक हो सकती है. इमारत की उम्र और निर्माण सामग्री की गुणवत्ता का आकलन करें. अगर संभव हो तो एक सिविल इंजीनियर से सलाह लें. अगर संपत्ति को रिनोवेशन की जरूरत है, तो उसकी लागत का अनुमान लगाएं और इसे खरीद मूल्य में शामिल करें.
प्रॉपर्टी वकील को नियुक्त करें जो दस्तावेजों की वैधता की जांच कर सके. यह सुनिश्चित करें कि संपत्ति किसी कानूनी विवाद का हिस्सा नहीं है. स्थानीय नगर निगम या विकास प्राधिकरण से संपत्ति के लिए स्वीकृत प्लान और बिल्डिंग परमिट की जांच करें. प्रॉपर्टी का स्थान बाजार मूल्य को बहुत प्रभावित करता है. स्कूल, अस्पताल, बाजार और सार्वजनिक परिवहन की निकटता जैसे कारकों पर विचार करें.
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अगर प्रॉपर्टी किसी हाउसिंग सोसाइटी में है, तो सोसाइटी के नियम, मेंटेनेंस चार्ज, और सुविधाओं (पार्किंग, लिफ्ट, सुरक्षा आदि) की जांच करें. रीसेल प्रॉपर्टी के लिए बैंक लोन की उपलब्धता और शर्तों की जांच करें. कुछ पुरानी संपत्तियों के लिए लोन मिलना मुश्किल हो सकता है. स्टांप ड्यूटी, रजिस्ट्रेशन शुल्क, और अन्य कानूनी शुल्क का अनुमान लगाएं.
आसपास की समान संपत्तियों की हाल की बिक्री की कीमतों की तुलना करें. यह जानकारी रियल एस्टेट वेबसाइट्स, जैसे 99acres, MagicBricks, या स्थानीय ब्रोकर से मिल सकती है. इलाके में प्रति वर्ग फुट की औसत कीमत का पता लगाएं और इसे संपत्ति के आकार से गुणा करें. पुरानी संपत्तियों की कीमत आमतौर पर नई संपत्तियों से कम होती है. इमारत की उम्र, मरम्मत की स्थिति, और मेंटेनेंस की लागत को ध्यान में रखें. अगर प्रॉपर्टी में आधुनिक सुविधाएं (जैसे लिफ्ट, जिम, या स्विमिंग पूल) हैं, तो इसकी कीमत अधिक हो सकती है.
स्थानीय रियल एस्टेट बाजार के रुझानों का अध्ययन करें. क्या क्षेत्र में कीमतें बढ़ रही हैं या स्थिर हैं? भविष्य में विकास की संभावनाएं (जैसे मेट्रो, सड़क, या कमर्शियल प्रोजेक्ट) कीमत को प्रभावित कर सकती हैं.
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प्रॉपर्टी एक्सपर्ट प्रदीप मिश्रा बताते हैं- 'आम तौर पर संपत्ति के खरीदार यही सोचते हैं कि रीसेल पर मौजूद संपत्ति, बाजार में मौजूद विक्रेता से ही खरीदनी होती है, लेकिन यह पूरा सच नहीं है. आप जानते हैं कि बिल्डर जब किसी प्रोजेक्ट लॉन्च करता है तो उसी समय कई निवेशक कुछ संपत्तियों को खरीद लेते हैं फिर जब प्रोजेक्ट आधा बन जाता है या पजेशन का वक्त आता है तो मुनाफे के लिए वह निवेशक उन संपत्तियों को बेचना शुरू करते हैं. कई बार निवेशक इस बिक्री को स्वयं करते हैं और कई निवेशक इस काम के लिए बिल्डर्स से ही संपर्क करते हैं.'
अगर आपको कोई संपत्ति पसंद आती है तो उस स्थिति में बिल्डर से वैसी ही कोई संपत्ति बताने के लिए कह सकते हैं. इसका सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि आप उस संपत्ति के अलॉटी यानी पहले खरीदार बन जाएंगे. उस स्थिति में आपको कागजात की परख करने कराने का झंझट भी नहीं मोल लेना होगा. इसके साथ ही ऐसी संपत्ति पर आप बिल्डर से कीमत को लेकर मोल भाव कर सकते हैं और पार्किंग, क्लब की सदस्यता वगैरह को लेकर अतिरिक्त छूट की मांग भी कर सकते हैं.
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