उत्तर प्रदेश के बड़े शहर जैसे नोएडा, गाजियाबाद और लखनऊ में प्रॉपर्टी की कीमतें इतनी तेज़ी से बढ़ रही हैं कि अब मिडिल क्लास लोगों के लिए यहां घर खरीदना मुश्किल होता जा रहा है. इन महानगरों की बढ़ती लागत और भीड़-भाड़ से परेशान होकर, लोग अब ऐसे वैकल्पिक शहरों की तलाश कर रहे हैं, जहां फिलहाल प्रॉपर्टी के रेट उनके बजट में फिट हो सकें और साथ ही भविष्य में अच्छा मुनाफा कमाने का मौका भी हो.
यह बदलाव रियल एस्टेट मार्केट में एक नई मांग पैदा कर रहा है, इसलिए, हम आपको उत्तर प्रदेश के ऐसे उभरते हुए शहरों के बारे में बताते हैं, जो किफायती निवेश और बेहतर विकास की संभावनाओं के कारण भविष्य में अच्छा विकल्प बन सकते हैं.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी, अपनी प्राचीन आध्यात्मिक पहचान के साथ-साथ, अब विकास की नई कहानी लिख रहा है. यह शहर अब सिर्फ़ आस्था का केंद्र नहीं, बल्कि एक उभरता हुआ रियल एस्टेट हॉटस्पॉट बन चुका है. शहर में हो रहे तेज़ इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधार, बेहतर सड़क कनेक्टिविटी और आधुनिक सुविधाओं के विस्तार ने इसकी अपील को कई गुना बढ़ा दिया है. मेडिकल और एजुकेशन हब के रूप में भी इसकी साख मज़बूत हो रही है, जिससे यहां रहने वालों के लिए जीवन की गुणवत्ता में सुधार आया है.
सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वाराणसी में प्रॉपर्टी के रेट अब भी NCR (नोएडा, गाजियाबाद) जैसे शहरों के मुकाबले काफी कम हैं. Housing.com के अनुसार, वाराणसी के कई प्रमुख इलाकों में एक 3BHK फ्लैट 70 से 80 लाख रुपये तक की किफायती रेंज में आसानी से उपलब्ध है, जो इसे मिडिल क्लास और निवेशकों दोनों के लिए एक शानदार विकल्प बनाता है.
रामनगरी अयोध्या, अपनी आध्यात्मिक पहचान के साथ, पिछले कुछ सालों में देश के सबसे बड़े रियल एस्टेट हॉटस्पॉट के रूप में उभरा है. राम मंदिर के निर्माण और प्राण प्रतिष्ठा के बाद, यह शहर एक वैश्विक आध्यात्मिक नगरी के रूप में विकसित हो रहा है, प्रॉपर्टी की कीमतों में अभूतपूर्व तेज़ी देखी गई है. MagicBricks के अनुसार, पिछले कुछ महीनों में औसत रेट 179% तक बढ़ गया है.
मंदिर के पास के प्रमुख क्षेत्रों में ज़मीन की कीमतें लगभग ₹20,000 प्रति वर्ग फुट तक पहुंच चुकी हैं, और बाहरी इलाकों में भी यह ₹5,000 प्रति वर्ग फुट के आसपास हैं. सरकारी विकास योजनाएं, बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर और सर्किल रेट में 200% तक की बढ़ोतरी इस बात की पुष्टि करती है कि अयोध्या में निवेश केवल घर खरीदना नहीं, बल्कि भविष्य में बड़ा मुनाफा कमाने का एक बड़ा अवसर बन गया है.
देश की राजधानी दिल्ली, गाजियाबाद और नोएडा जैसे महंगे शहरों से अच्छी कनेक्टिविटी रखने वाला आगरा दुनिया भर के पर्यटकों का पसंदीदा स्थल है. लेकिन अब, आगरा रियल एस्टेट के क्षेत्र में भी एक प्रमुख विकल्प बनकर उभर रहा है. यह उन मिडिल क्लास खरीदारों के लिए एक बेहतर ऑप्शन है जो नोएडा और गाजियाबाद में आसमान छूती कीमतों के कारण अपना घर नहीं खरीद पा रहे हैं.
आगरा में निवेश का सबसे बड़ा आकर्षण इसकी किफायती दरें हैं. शहर के कई उभरते हुए और प्रमुख आवासीय इलाकों में अभी भी ₹20 लाख से ₹30 लाख की बजट रेंज में 2BHK फ्लैट आसानी से उपलब्ध हैं. बेहतर एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी, औद्योगिक विकास, और प्रस्तावित इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के कारण यहां की प्रॉपर्टी वैल्यू में भविष्य में बड़ा उछाल आने की संभावना है.
कुंभ नगरी प्रयागराज एक शांत और संतुलित लाइफस्टाइल के लिए एक आदर्श स्थान है, जो अपनी धार्मिक पहचान के साथ-साथ शिक्षा के एक प्रमुख केंद्र के रूप में भी जाना जाता है. शहर के प्रमुख क्षेत्रों जैसे सिविल लाइंस में हाल ही में सर्किल रेट में 40% तक की बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, यहां अभी भी निवेश के कई किफायती अवसर मौजूद हैं. जहां एक ओर प्रीमियम इलाकों में 2BHK फ्लैट ₹80 लाख से अधिक में मिलते हैं, वहीं नैनी, झलवा या दंडी जैसे उभरते हुए इलाकों में 2BHK फ्लैट 35 लाख से 55 लाख की किफायती रेंज में उपलब्ध हैं.
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