कमोडिटी मार्केट में जैसे सोना-चांदी और कॉपर में शानदार तेजी देखी जा रही है. वैसे ही गिरते बाजार में भी एक मेटल स्टॉक में गजब की तेजी आई है. यह शेयर रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. पिछले 8 दिनों से इसमें तेजी जारी है. मंगलवार को यह शेयर करीब 8.93 फीसदी चढ़कर 531 रुपये पर पहुंच गया.
यह शेयर हिंदुस्तान कॉपर है, जिसका मंगलवार को ट्रेड वैल्यूम 1,518.11 लाख था और इसकी ट्रेड वैल्यू 7,897.67 करोड़ रुपये था. कंपनी का मार्केट कैपिटलाइजेशन 51,392.49 करोड़ हो चुका है. इसके 52 सप्ताह का हाई लेवल 545.95 रुपये प्रति शेयर और 52 सप्ताह का निचला स्तर 183.82 रुपये है.
साल 2025 के दौरान इस शेयर ने निवेशकों को मालामाल किया है. इस अवधि के दौरान इसने 115 फीसदी का रिटर्न दिया है. पिछले 5 दिन में यह शेयर 30 फीसदी चढ़ा है, जबकि 1 महीने में करीब 60 फीसदी की उछाल आई है. 6 महीने में ही शेयर ने 90 फीसदी का रिटर्न दे दिया है और 5 साल में यह शेयर 755 फीसदी उछला है.
क्यों आई इस स्टॉक में तेजी?
कॉपर के प्राइस में शानदार तेजी के कारण इस मेटल स्टॉक में भी शानदार तेजी देखी जा रही है. लंदन मेटल एक्सचेंज पर तांबे की कीमतें अपने रिकॉर्ड हाई लेवल के करीब हैं, जो 13000 डॉलर प्रति टन के आसपास हैं.
ग्लोबल सपोर्ट के कारण भी इस स्टॉक में तेजी देखी जा रही है. आपूर्ति की कमी, अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों में सुधार और फेड रिजर्व द्वारा रेट में कटौती के कारण मेटल को सपोर्ट मिला है, जिस कारण यह स्टॉक भी तेजी दिखा रहा है.
मल्टी कमोडिटी मार्केट में भी कॉपर प्राइस अपने रिकॉर्ड हाई लेवल पर कारोबार कर रहा है, जिस कारण भी इस शेयर में तेजी है.
डॉलर की कमजोर होने और चांदी के साथ ही कॉपर की डिमांड भी बढ़ने से इस मेटल स्टॉक में तेजी जारी है.
किसके पास कितने शेयर?
सितंबर 2025 की तिमाही तक इस पब्लिक सेक्टर की कंपनी में सरकार के पास बड़ी हिस्सेदारी थी. सरकार के पास इस कंपनी में 66.14 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, जबकि रिटेल निवेशकों की इस शेयर में 14.5 प्रतिशत हिस्सेदारी है. म्यूचुअल फंड का इसमें हिस्सा ना के बराबर है. वहीं एलआईसी की इस शेयर में 4 प्रतिशत से ज्यादा की हिस्सेदारी है.
(नोट- किसी भी शेयर में निवेश से पहले अपने वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)