बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की ऐतिहासिक जीत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बेटे निशांत कुमार ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा कि वे बिहारवासियों को धन्यवाद देते हैं कि उन्होंने एनडीए को भारी बहुमत से जीत दिलाई. निशांत ने कहा कि सरकार के दोबारा बनने का रास्ता जनता ने साफ कर दिया है. उनके अनुसार जीत की उम्मीद थी, लेकिन जनता ने अपेक्षा से ज्यादा भरोसा दिखाया. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने पिछले 20 वर्षों में जो काम किया है, उसी पर जनता ने विश्वास जताया और यह परिणाम उसी का प्रमाण है.
बता दें कि बिहार विधानसभा में NDA की एतिहासिक जीत से विधानसभा में सत्ता पक्ष के विधायकों का आंकड़ा 202 पहुंच गया है. इस बार विधानसभा में बीजेपी के सबसे ज्यादा 89 विधायक सदन में होंगे. बीजेपी ने बिहार में 101 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 89 सीटों पर जीत हासिल की है. वहीं, JDU भी बिहार में 101 सीटों पर चुनाव लड़ा था और 85 सीटों पर जीत हासिल की है.
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नई सरकार को लेकर BJP–JDU की हुई बातचीत
वहीं, बिहार में एनडीए की नई सरकार के गठन की कवायद अब सहमति मोड में पहुंच रही है. बीजेपी और जेडीयू के बीच सरकार गठन को लेकर पहले दौर की बातचीत पूरी हो गई है. सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी को लेकर करीब-करीब फॉर्मूला तय हो चुका है और चर्चा अगले पड़ाव की तरफ बढ़ गई है. सूत्रों के मुताबिक, 6 विधायक पर 1 मंत्री पद का फॉर्मूला लागू हो सकता है, जिसे लेकर दोनों दलों के बीच सहमति बनती दिख रही है. इसी खाका को अंतिम रूप देने के लिए दिल्ली में बीजेपी के शीर्ष नेताओं के साथ जेडीयू ने बातचीत पूरी की है.
महागठबंधन की करारी हार
महागठबंधन के लिए यह चुनाव बड़ा झटका लेकर आया. गठबंधन कुल मिलाकर 35 सीटों पर सिमट गया, जो पिछली बार की तुलना में 79 सीटों की भारी गिरावट है. उनका वोट शेयर 39% रहा, लेकिन सीटों में इसका कोई लाभ नजर नहीं आया. आरजेडी ने मात्र 25 सीटें जीतीं, जो पिछले चुनाव से 50 सीटें कम हैं. 61 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली कांग्रेस का प्रदर्शन भी बेहद कमजोर रहा और पार्टी इस बार 13 सीटों की गिरावट के साथ महज 6 सीटों पर सिमट गई. वहीं वाम दलों समेत अन्य के खाते में चार सीटें गई हैं.