मुजफ्फरपुर में मतदाता सूची की फाइनल लिस्ट जारी होने के बावजूद लोगों की परेशानी कम नहीं हो रही है. चंदवारा कुर्बान रोड निवासी लाल मोहम्मद के परिवार में आठ सदस्य एक ही घर में रहते हैं, लेकिन वोटर लिस्ट में उनके मकान संख्या अलग-अलग दर्ज कर दिए गए हैं.
परिवार ने दो बार वैध कागजात के साथ लिखित आवेदन देकर सुधार की मांग की, लेकिन अब तक कोई सुधार नहीं हुआ. लाल मोहम्मद के दिव्यांग बेटे रजी हसन व्हील चेयर पर बैठकर लगातार सरकारी कार्यालयों के चक्कर लगा रहे हैं.
परिवार के सदस्यों के नाम और दर्ज मकान संख्या इस प्रकार हैं. पिता लाल मोहम्मद (60 वर्ष) मकान संख्या 69, बेटा रजी हसन (45 वर्ष) मकान संख्या 68, बहन नजमा खातून (50 वर्ष) मकान संख्या 69, वशी हसन (50 वर्ष) मकान संख्या 69, बेटा नकी हसन मकान संख्या 13.
परिवार के आठ सदस्य तीन मकान संख्या में दर्ज
परिवार का कहना है कि वे सब एक ही घर में रहते हैं, लेकिन वोटर लिस्ट में तीन अलग मकान नंबर दिखाए गए हैं. दो बार आवेदन देने के बाद भी कोई सुधार नहीं हुआ. परिवार अब असली मकान नंबर जानने में असमर्थ है.
आवेदन देकर सुधार की मांग पर कोई कार्रवाई नहीं
इस मामले पर अधिकारियों ने कहा कि बिहार में मकान संख्या सांकेतिक होती है, इसलिए इससे मतदाता सूची पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता. फिर भी यदि शिकायत आई है तो सुधार की प्रक्रिया की जाएगी. रजी हसन ने कहा कि वह दिव्यांग हैं और व्हील चेयर पर बैठकर दफ्तर के चक्कर लगाते हैं, लेकिन दो बार आवेदन देने के बावजूद कोई सुधार नहीं हुआ.