आखिर जाग गया चीन का PAK प्रेम, ट्रंप के फंड रोकने और विरोध को बताया गलत!

चीन ने आज कहा कि अमेरिका द्वारा पाकिस्तान पर उंगली उठाए जाने और उसे आतंकवाद के साथ जोड़ने का वह विरोध करता है. साथ ही बीजिंग ने इसपर जोर दिया कि आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की जिम्मेदारी किसी देश विशेष पर नहीं डाली जा सकती है.

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पाकिस्तान को फटकार से चीन परेशान पाकिस्तान को फटकार से चीन परेशान

अमित कुमार दुबे

  • नई दिल्ली,
  • 08 जनवरी 2018,
  • अपडेटेड 9:40 PM IST

चीन ने आज कहा कि अमेरिका द्वारा पाकिस्तान पर उंगली उठाए जाने और उसे आतंकवाद के साथ जोड़ने का वह विरोध करता है. साथ ही बीजिंग ने इसपर जोर दिया कि आतंकवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई की जिम्मेदारी किसी देश विशेष पर नहीं डाली जा सकती है.

पाकिस्तान के बचाव में कुतर्क

पाकिस्तान में मौजूद आतंकवादियों के सुरक्षित पनाहगाहों को खत्म करने को लेकर इस्लामाबाद पर बढ़ते अमेरिका दबाव के बीच चीन ने उक्त बात कहते हुए अपने मित्र का समर्थन किया है. तालिबान और हक्कानी नेटवर्क जैसे आतंकवादी समूहों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करने में असफल रहने को लेकर अमेरिका ने सुरक्षा सहायता के रूप में पाकिस्तान को मिलने वाली दो अरब डॉलर की राशि पिछले सप्ताह निलंबित कर दी थी.

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चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लु कांग ने संवाददाता सम्मेलन के दौरान कहा, 'चीन हमेशा से आतंकवाद को देश विशेष से जोड़ने के खिलाफ रहा है और हम आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई की जिम्मेदारी किसी देश विशेष पर डालने पर भी राजी नहीं है.'

आतंकवाद के सवाल पर चीन का जवाब

लु कांग व्हाइट हाउस के एक अधिकारी के बयान पर जवाब दे रहे थे, जिसमें अधिकारी ने कहा था कि चीन पाकिस्तान को यह समझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है कि आतंकवादियों के सुरक्षित पनाहगाह के खिलाफ कार्रवाई करना उसके अपने हित में है.

उन्होंने कहा, 'हमने कई बार इस बात पर जोर दिया है कि पाकिस्तान ने वैश्विक आतंकवाद-निरोधी कार्रवाई की दिशा में बहुत बलिदान दिए हैं और महत्वपूर्ण योगदान दिए हैं. कांग ने कहा कि देशों को परस्पर सम्मान और आपसी सहयोग के जरिए आतंकवाद-निरोधी सहयोग को मजबूत करना चाहिए, नाकि एक-दूसरे पर उंगली उठानी चाहिए. यह दुनिया भर में आतंकवाद के खिलाफ चलाये जा रहे मुहिम के लिए सही नहीं है.

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पाकिस्तान को ट्रंप की कड़ी फटकार

गौरतलब है कि नए साल पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक ट्वीट के जरिये पाकिस्तान को आतंकवाद पर कार्रवाई न करने को लेकर लताड़ लगाई. ट्रंप ने आतंकवाद के नाम पाकिस्तान को मिलने वाली आर्थिक मदद पर रोक लगा दी. साथ ही ट्रंप ने पाकिस्तान पर आरोप लगाया है कि उसने आतंकवादियों को सुरक्षित पनाह दिया. इस दौरान अमेरिका से 33 अरब डॉलर की सहायता राशि ली, बदले में पिछले 15 वर्षों में केवल धोखा दिया है.

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