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पहाड़ों के बीच टूटी सड़कें, मलबा और जिंदा लोगों की तलाश... धराली में तबाही की तस्वीरें

aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 06 अगस्त 2025,
  • अपडेटेड 10:23 AM IST
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उत्तराखंड के पहाड़ों पर बादल फटने से तबाही मची हुई है. उत्तरकाशी का धराली मलबों में दब गया है. पहाड़ों के बीच आई भयानक बाढ़ के साथ कीचड़ और गाद घरों और सड़कों पर कई फीट ऊंचे तक भर गए हैं. वहीं यहां तक आने वाली सड़कें भी बुरी तरह से बर्बाद हो चुकी है.   (Photo - ITG)

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बादल फटने के बाद धराली के खीर गंगा में बाढ़ आ गई थी. इस वजह से  पानी के साथ पहाड़ों से अचानक नीचे आए मलबे ने पहाड़ों की गोद में बसे शहर और गांवों को पूरी तरह से ढक लिया. इस भयंकर तबाही से काफी जानमाल की क्षति हुई है. कई लोग लापता हो गए हैं और सैकड़ों मकान ध्वस्त हो गए या मलबे से ढक गए.  (Photo - PTI)
 

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बादल फटने के बाद पहाड़ पर आई बाढ़ ने नीचे भयंकर तबाही ला दी. रास्ते में जो कुछ आया उसे पानी का बहाव अपने साथ लेता चला गया. इस वजह से नीचे आबादी वाले इलाके में सड़क, घर, बिल्डिंग, दुकान, हर जगह कीचड़ और गाद भर गया.  (Photo - PTI)
 

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अब तक धराली में 4 लोगों की मौत की सूचना है और बताया जा रहा है कि 50 से ज्यादा लोग लापता है. हालांकि, सेना यहां रेस्क्यू ऑपरेशन चला रही है. पहाड़ों पर फंसे लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है. लोग अपने परिजन की खोज में लगे हुए हैं. बादल फटने के बाद आए सैलाब के वक्त कई लोग अपने घरों से बाहर थे. उनमें से कईयों का कुछ पता नहीं चल पा रहा. (Photo - PTI)
 

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उत्तरकाशी के निचले हिस्से में बाढ़ की वजह से भारी तबाही फैली है. इसकी चपेट में हर्षिल में स्थित सेना का एक कैंप और हैलीपैड भी आ गया. पानी के साथ राजपूताना राइफल्स का पूरा कैंप बह गया.  (Photo - PTI)
 

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इस तबाही का मंजर ऐसा है कि अब भी मलबे और गाद में दबे घरों, होटलों, दुकानों के सिर्फ छत नजर आ रहे हैं. हर तरफ मलबा या पानी नजर आ रहा है. ये घर कई फीट नीचे गाद के अंदर चले गए हैं. इसके साथ ही पहाड़ों पर लगातार बारिश जारी है.  (Photo - PTI)

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सेना, आईटीबीपी और NDRF की टीम यहां राहत कार्यों में लगी हुई है. लोगों को नदी से दूर रहने की चेतावनी दी गई है. हेलीकॉप्ट द्वारा यहां रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. क्योंकि सड़क मार्ग से यहां तक पहुंचने में काफी दिक्कतें सामने आ रही है. कई जगह हाईवे और अन्य सड़कें अवरुद्ध हो चुकी हैं.  (Photo - PTI)
 

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हाईवे को खोलने का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है. इसके अलावा उत्तरकाशी को गंगोत्री-हर्षिल से जोड़ने वाली एक सड़क पूरी तरह से चौपट हो चुकी है. सड़कों पर बड़ी-बड़ी दरार आ गई हैं, तो कई जगह पूरी सड़क ही नीचे धंस चुकी है.  (Photo - PTI)
 

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बाढ़ की वजह से हाईवे भी पूरी तरह बर्बाद हो गया है. गंगोत्री नेशनल हाईवे पर जगह-जगह मलबा भरा पड़ा है. वहीं ये कई जगह से टूट गई है और कहीं-कहीं पूरी तरह से कई फीट नीचे धंस गई है.  (Photo - PTI)
 

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राहत बचाव कार्य में सबसे बड़ी दिक्कत वहां का खराब मौसम और परिवहन का अवरुद्ध होना है. क्योंकि कई जगह हाईवे और दूसरी सड़के बर्बाद हो चुकी है. ऐसे में प्रभावित जगह पहुंचकर लोगों तक मदद पहुंचाने में काफी मुश्किलें आ रही है. फिर भी लापता लोगों को खोजने का काम और सड़कों को ठीक करने का काम चल रहा है.  (Photo - PTI)
 

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उत्तरकाशी जाने वाली हाईवे पर वाहनों की कतार लगी हुई है. क्योंकि बादल फटने के बाद कई जगह हाईवे टूट-फूट चुकी है. इस वजह से धराली या हर्षिल तक सड़क मार्ग से पहुंचना अभी मुश्किल हो रहा है. (Photo - PTI)

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