खेलप्रेमियों के लिए रविवार का दिन किसी उत्सव से कम नहीं होगा. इस दिन भारत की दो अलग-अलग टीमें अपनी चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान और चीन से भिड़ रही होंगी. एक ओर दुबई में टीम इंडिया एशिया कप क्रिकेट के मुकाबले में पाकिस्तान से लोहा ले रहा होगा. तो वहीं दूसरी ओर हांगझोउ की सरजमीं पर महिला हॉकी एशिया कप की खिताबी जंग सजी होगी, जहां भारतीय टीम मेज़बान चीन से भिड़ेगी.
भले ही क्रिकेट और हॉकी-दो अलग-अलग खेल हैं, लेकिन दोनों में ही एशिया की दो ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्विताएं एक ही दिन, एक ही शाम रोमांच का तूफान खड़ा करने को तैयार हैं. खेल का यह सुपर संडे सिर्फ स्कोर तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि गर्व, जुनून और प्रतिष्ठा का प्रतीक भी बनेगा. जिसपर दुनिया भर की निगाहें होंगी.
पाकिस्तान से भारत की टक्कर...
दुबई के मैदान पर भारत-पाकिस्तान के बीच क्रिकेट मैच खेला जाएगा. ये मैच इसलिए भी अहम है क्योंकि पहलगाम आतंकी हमले के बाद दोनों देशों की टीमें पहली बार आपस में भिड़ रही हैं. इस मुकाबले को लेकर विरोध भी चरम पर है. लेकिन हमेशा की तरह उत्साह भी बरकरार है.
भारत पाकिस्तान के बीच मुकाबला रविवार रात 8 बजे शुरू होगा. भारत और पाकिस्तान के इतिहास पर नजर डालें तो टी20 मुकाबलों में अबतक दोनों देशों का 13 बार आमना सामना हुआ है. इसमें भारत ने 9 बार पाकिस्तान को धूल चटाई है, जबकि पाकिस्तान 3 बार जीता है. एक मुकाबला टाई था, जिसे भारच ने बॉल आउट नियम से जीता था.
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एशिया कप में भी भारत का ही पलड़ा भारी है. टी20 फॉर्मेट में दोनों टीमें 3 बार भिड़ी हैं और 2 बार भारत को जीत मिली है. लेकिन दुबई की जिस पिच पर मैच है वहां पाकिस्तान आगे है. इस मैदान पर हुए 3 मैच में पाकिस्तान ने 2 जीते हैं.
चीन से होगा बेटियों का मुकाबला...
महिला हॉकी एशिया कप के फाइनल में चीन और भारत की टक्कर है. भारतीय महिला हॉकी टीम ने जापान के खिलाफ 1-1 से ड्रॉ खेला था. इसके बाद भारतीय टीम की नजर चीन और कोरिया के मुकाबले पर थी. इस मैच में मेजबान चीन ने सुपर 4 चरण के अंतिम मुकाबले में कोरिया को 1-0 से हराकर फाइनल में प्रवेश किया. कोरिया की हार के साथ ही भारतीय टीम का भी फाइनल टिकट पक्का हो गया.
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ये फाइनल मैच जो भी जीतेगा वह अगले साल बेल्जियम और नीदरलैंड में होने वाले विश्व कप के लिए क्वालीफाई कर लेगा. बता दें कि भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने एशिया कप का फाइनल जीता था.
भारत-पाक मैच पर विरोध प्रदर्शन भी जारी
भारत-पाकिस्तान के बीच होने वाले क्रिकेट मैच के विरोध में आम आदमी पार्टी (AAP) ने दिल्ली में पुतला दहन किया. पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पुतला को आग लगाई गई. इस दौरान AAP के वरिष्ठ नेता और दिल्ली के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री सौरभ भारद्वाज भी मौजूद थे. साथ ही अन्य कार्यकर्ताओं ने नारा लगाया, 'ख़ून और मैच एक साथ नहीं चलेगा.'
शिवसेना उद्धव गुट प्रमुख उद्धव ठाकरे ने भी भारत पाक मैच के बहाने केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, 'ऐसा क्या हुआ, जिस पाकिस्तान के साथ हम युद्ध लड़ रहे थे उनके साथ मैच खेलने वाले हैं. मुझे लगता है कि ये लोग देशभक्ति का मजाक बना रहे हैं. सिर्फ मजाक ही नहीं बना रहे बल्कि देशभक्ति का व्यापार कर रहे हैं. उनके दलिए देशहित से ज्यादा व्यापार जरूरी है.
पंजाब के मुख्यमंत्री ने मैच पर उठाए सवाल
भारत-पाक मैच को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भी केंद्र सरकार पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, 'जब दिलजीत दोसांझ की फिल्म आती है तो वे कहते हैं कि ये गद्दार है इसे रोको. लेकिन बड़े साहेब का बेटा आईसीसी और बीसीसीआई को देख रहा है तो सब कुछ सही हो गया.'
कांग्रेस का भी हल्ला बोल
कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कहा, 'उन्हें शर्म आनी चाहिए. मेरी बहनों के मांग के सिंदूर जिन्होंने उजाड़े उनके साथ आप मैच खेलने जा रहे हो. शर्म आनी चाहिए. सरकार को भी शर्म आनी चाहिए कि उनमें इतनी भी नैतिकता नहीं बची है.'
भारत-पाक मैच विरोध पर BCCI का बयान
BCCI सचिव देवजीत सैकिया ने आजतक से बातचीत में कहा, 'कल के मैच के लिए बतौर BCCI सचिव हम अपनी टीम को शुभकामनाएं देते हैं. हमें भरोसा है कि खिलाड़ी जीत के लिए पूरी ताकत से उतरेंगे और यह उन घटनाओं का करारा जवाब होगा, जिन्हें हम ज्यादा याद नहीं करना चाहते. भारत को भले ही ऐसे देश के साथ खेलना पड़ रहा है, जिसके साथ हमारे रिश्ते अच्छे नहीं हैं, लेकिन बहुराष्ट्रीय टूर्नामेंट में खेलना भारत सरकार की नीति है. इसी वजह से हम इन मैचों से इंकार नहीं कर सकते.'
पूर्व खेल मंत्री ने भी दिया था बयान
न्यूज एजेंसी ANI द्वारा साझा एक वीडियो में पूर्व खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा, 'जब एसीसी या आईसीसी के टूर्नामेंट होते हैं तो देशों के लिए खेलना अनिवार्य हो जाता है. अगर वे ऐसा नहीं करते, तो उन्हें टूर्नामेंट से बाहर होना पड़ेगा या मैच छोड़ना पड़ेगा और अंक दूसरी टीम को मिल जाएंगे. लेकिन भारत पाकिस्तान के साथ द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेलता. हमने वर्षों पहले यह तय कर लिया है कि जब तक पाकिस्तान आतंकवाद बंद नहीं करता, हम द्विपक्षीय क्रिकेट नहीं खेलेंगे.'
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