IPL से पूरी तरह बाहर होगा चीन... भारतीय क्रिकेट बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला!

इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 सीजन से पहले भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अगले 4 साल के लिए नए टाइटल स्पॉन्सर की तलाश शुरू कर दी है. इस टेंडर के साथ ही बीसीसीआई ने एक ऐसी कड़ी शर्त भी रख दी है, जिससे चीन का आईपीएल से पत्ता साफ होता दिख रहा है...

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आईपीएल ट्रॉफी. आईपीएल ट्रॉफी.

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 26 दिसंबर 2023,
  • अपडेटेड 8:03 PM IST

क्रिकेट फैन्स इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2024 सीजन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं. हाल ही में आईपीएल के अगले सीजन को लेकर मिनी ऑक्शन हुआ, जिसमें ऑस्ट्रेलियाई स्टार तेज गेंदबाज मिचेल स्टार्क और पैट कमिंस ने जमकर कमाई की. स्टार्क आईपीएल इतिहास के सबसे महंगे बिकने वाले प्लेयर बन गए हैं.

मगर अब इन सबके इतर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अगले 4 साल के लिए IPL को लेकर नया टाइटल स्पॉन्सर ढूंढ रहा है. मगर यहीं बीसीसीआई ने अपना असली खेल खेला है. बीसीसीआई ने टेंडर जारी करने के दौरान ही एक कड़ी शर्त भी रख दी है.

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टेंडर जारी करते समय BCCI ने रखी ये शर्त

क्रिकबज के मुताबिक, बीसीसीआई ने साफ शब्दों में कह दिया है कि वही कंपनी टेंडर डाल सकती है, जिसके भारत के साथ अच्छे संबंध हों. इन देशों के साथ भारत के रिश्ते अच्छे नहीं हैं, उन देशों से संबंध रखने या वहां की किसी कंपनी को तवज्जो नहीं दी जाएगी. इसका मतलब है कि चीन का पत्ता पूरी तरह से साफ हो गया है.

बता दें कि इससे पहले चीनी मोबाइल कंपनी वीवो IPL टाइटल स्पॉन्सर रह चुका है. हालांकि 2020 में भारत और चीन के बीच बॉर्डर पर काफी तनातनी देखने को मिली थी. तब चीनी कंपनियों और वहां के सामानों का बहिष्कार होने लगा था. उसी दौरान विरोध बढ़ने पर वीवो से स्पॉन्सरशिप छीन ली थी.

अगले 5 साल के लिए होगा अगला स्पॉन्सरशिप करार

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इसके बाद टाटा को IPL टाइटल स्पॉन्सर बनाया था. अब बीसीसीआई ने अगले पांच साल के लिए IPL टाइटल स्पॉन्सरशिप देने की तैयारी की है. यानी आईपीएल 2024 से 2029 तक ये कॉन्ट्रैक्ट रहेगा. बता दें कि IPL टाइटल स्पॉन्सरशिप के लिए बेस प्राइस 360 करोड़ रुपये प्रति साल है, इसके बाद बोली के आधार पर टेंडर दिया जाएगा. 

BCCI ने अपना टेंडर जारी करते समय साफ शब्दों में लिखा है कि आवेदन करने वाले किसी भी बिडर का किसी ऐसे देश से संबंध नहीं होना चाहिए, जिससे की भारत के दोस्ताना रिश्ते ना हों. यदि ऐसा पाया जाता है तो उस पर ध्यान नहीं दिया जाएगा. या फिर बिडर को अपने शेयर होल्डर से जुड़ी सारी जानकारी देनी होगी. क्रिप्टोकरेंसी, फैन्टसी गेम और सट्टेबाजी से जुड़ी कंपनियों पर भी रोक लगाई है. साथ ही जो कंपनियां खेल से जुड़े कपड़े बनाने में एक्टिव हैं, वो भी टेंडर नहीं भर पाएंगी.

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