अमेरिकी विश्लेषक फरीद जकारिया ने चेताया कि अगर भारत और चीन रूसी तेल खरीदना बंद करते हैं, तो कच्चे तेल की कीमत 150 डॉलर प्रति बैरल तक पहुंच सकती है, जिससे ग्लोबल मंदी का खतरा बढ़ेगा. उन्होंने ट्रंप के 50% टैरिफ फैसले को 25 साल पुरानी अमेरिकी विदेश नीति के उलट बताया.