अमेरिकी सीनेट ने बुधवार को अरबपति उद्यमी और निजी अंतरिक्ष यात्री जेरेड इसाकमैन को नासा का नया चीफ नियुक्त करने की पुष्टि कर दी. 67-30 वोटों से पास हुई इस नियुक्ति में जेरेड नासा के 15वें प्रशासक बने. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने उन्हें यह जिम्मेदारी सौंपी है, जो अंतरिक्ष एजेंसी के लिए एक नया दौर शुरू करने का संकेत देती है.
42 साल के जेरेड इसाकमैन एक सफल उद्यमी, कुशल पायलट और कॉमर्शियल एस्ट्रोनॉट हैं. उनका जन्म 11 फरवरी 1983 को न्यू जर्सी में हुआ. हाई स्कूल छोड़ने के बाद सिर्फ 16 साल की उम्र में 1999 में उन्होंने शिफ्ट4 पेमेंट्स कंपनी शुरू की, जो आज पेमेंट प्रोसेसिंग की बड़ी कंपनी है. यह कंपनी होटल, रेस्तरां और रिटेल बिजनेस के लिए पेमेंट हैंडल करती है. सालाना अरबों डॉलर के ट्रांजेक्शन प्रोसेस करती है. उनकी नेट वर्थ करीब 1.5-2 अरब डॉलर आंकी जाती है.
यह भी पढ़ें: क्या साउथ इंडिया में कोहरा नहीं होता? जानिए नॉर्थ और साउथ के मौसम में इतना अंतर क्यों है
जेरेड एक जुनूनी पायलट भी हैं. उन्होंने हजारों घंटे उड़ान भरी है. मिलिट्री जेट उड़ाने का लाइसेंस रखते हैं. 2012 में उन्होंने ड्रेकन इंटरनेशनल कंपनी शुरू की, जो अमेरिकी और नाटो देशों की एयर फोर्स को ट्रेनिंग देती है.
जेरेड अंतरिक्ष की दुनिया में भी बड़ा नाम हैं. उन्होंने खुद पैसे लगाकर स्पेसएक्स के साथ दो बड़े मिशन किए...
यह भी पढ़ें: जहां गायब हो जाते हैं प्लेन और जहाज... उस रहस्यमयी बरमूडा ट्रायंगल पर हुआ नया खुलासा
यह नियुक्ति बिना विवाद के नहीं हुई – ट्रंप ने पहले नामांकन लिया था. फिर वापस लिया. फिर दोबारा नामांकित किया.
यह भी पढ़ें: अचानक तुर्की में बन गए 700 गड्ढे... पाताल में समाता जा रहा पूरा इलाका, Photos
नियुक्ति की पूरी कहानी और विवाद
नियुक्ति का सबसे बड़ा विवाद जेरेड के एलन मस्क और स्पेसएक्स से गहरे संबंध हैं...
जेरेड का फोकस: 2028 तक चांद पर वापसी. चीन से आगे रहना. प्राइवेट कंपनियों की मदद से स्पेस इकोनॉमी बढ़ाना. ट्रंप प्रशासन नासा का बजट काट रहा है, जिससे चुनौतियां हैं. जेरेड की नियुक्ति नासा के लिए नया दौर ला सकती है, लेकिन स्पेसएक्स से संबंधों का विवाद अभी भी चर्चा में है. कई विशेषज्ञ कहते हैं कि प्राइवेट सेक्टर का अनुभव नासा को तेजी देगा, जबकि आलोचक निष्पक्षता पर सवाल उठा रहे हैं.
ऋचीक मिश्रा