Ditwah-Senyar: भारत के समंदर में दो साइक्लोन, जानिए क्या है चेतावनी, कितना बड़ा खतरा

बंगाल की खाड़ी में दो चक्रवात सक्रिय हैं. सेन्यार कमजोर हो चुका है, लेकिन दितवा तेजी से मजबूत हो रहा है. तमिलनाडु, पुडुचेरी व दक्षिण आंध्र में 28-30 नवंबर तक भारी-अत्यधिक भारी बारिश का अलर्ट है. मछुआरों को समुद्र में न जाने की चेतावनी दी गई है. IMD हर 6 घंटे अपडेट जारी कर रहा है.

Advertisement
भारत के समंदर में इस दो चक्रवाती तूफानों से मौसमी हलचल बढ़ी हुई है. (Photo: Representational/AP) भारत के समंदर में इस दो चक्रवाती तूफानों से मौसमी हलचल बढ़ी हुई है. (Photo: Representational/AP)

आजतक साइंस डेस्क

  • नई दिल्ली,
  • 28 नवंबर 2025,
  • अपडेटेड 10:34 AM IST

भारत के आसपास के समुद्रों में एक के बाद एक दो चक्रवातों ने मौसम विभाग को सतर्क कर दिया है. पहला चक्रवात सेन्यार अब कमजोर हो चुका है, लेकिन दूसरा चक्रवात दितवा तेजी से मजबूत हो रहा है. ये दोनों चक्रवात बंगाल की खाड़ी और मलक्का जलडमरूमध्य के पास बने हैं.

इनके कारण दक्षिण भारत के तटीय इलाकों में तेज बारिश, तेज हवाएं और बाढ़ का खतरा बढ़ गया है.आईएमडी ने तमिलनाडु, पुडुचेरी, आंध्र प्रदेश और अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह के लिए अलर्ट जारी किए हैं. 

Advertisement

यह भी पढ़ें: कुदरत का कहर झेल रहा इंडोनेशिया... 30 दिन में आए 1400 भूकंप

चक्रवात सेन्यार: एक दुर्लभ तूफान जो अब कमजोर हो गया

चक्रवात सेन्यार 26 नवंबर 2025 को मलक्का जलडमरूमध्य (Strait of Malacca) और पूर्वी इंडोनेशिया के पास बना था. यह एक 'दुर्लभ' (rarest of rare) चक्रवात था, क्योंकि यह आमतौर पर भारत के समुद्रों में नहीं बनता. यह चक्रवात बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों से गुजरा और फिर पूर्व की ओर बढ़ गया.

  • कहां बना? मलक्का जलडमरूमध्य के ऊपर, जो भारत से करीब 850 किलोमीटर दूर है.
  • क्या हुआ? 27 नवंबर तक यह तेजी से कमजोर हो गया. अब यह एक गहरे दबाव क्षेत्र (deep depression) में बदल चुका है. 28 की शाम तक सामान्य दबाव (depression) बन सकता है.
  • भारत पर असर: हालांकि यह भारत से दूर चला गया, लेकिन इसके अवशेषों के कारण अंडमान और निकोबार द्वीपसमूह में भारी बारिश हो रही है. 26-27 नवंबर को बहुत भारी बारिश हुई. 28-29 नवंबर को भी अलग-अलग जगहों पर तेज बारिश जारी रह सकती है.

सेन्यार का नाम किसने सुझाया? यह नाम इंडोनेशिया ने दिया है, जो एक स्थानीय शब्द है. लेकिन अच्छी बात यह है कि यह भारत के तटों पर ज्यादा असर नहीं डालेगा. फिर भी, इसके कारण समुद्र में ऊंची लहरें उठ रही हैं, इसलिए मछुआरों को चेतावनी दी गई है.

Advertisement

यह भी पढ़ें: ट्रंप को लगा उन्हीं के टैरिफ का डंक... इस साल 6 देशों ने रद्द की F-35 फाइटर जेट डील

चक्रवात दितवा: नया खतरा जो तेजी से बढ़ रहा है

सेन्यार के ठीक बाद, 27 नवंबर 2025 को बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम हिस्से में एक नया चक्रवात दितवा बन गया. यह इस सीजन का चौथा चक्रवात है. आईएमडी के अनुसार यह तेजी से मजबूत हो रहा है. 30 नवंबर की सुबह तक तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों के पास पहुंच सकता है.

  • कहां बना? श्रीलंका के दक्षिण-पूर्व तट के पास, चेन्नई से करीब 700 km दूर. यह पोटुविल (श्रीलंका) के पास केंद्रित है.
  • कहां जा रहा है? उत्तर-उत्तर-पश्चिम दिशा में बढ़ रहा है. पहले यह श्रीलंका के तटों के पास घूमेगा, फिर भारत के दक्षिणी तटों की ओर मुड़ेगा.
  • तेजी से बढ़ना: विशेषज्ञ कहते हैं कि दितवा 'तेजी से तीव्र' (rapidly intensify) हो सकता है, जैसे सेन्यार हुआ था. इससे चेतावनी देने में मुश्किल हो सकती है.

दितवा का नाम यमन ने सुझाया है. यह नाम सोकोट्रा द्वीप (यमन) के 'देतवा लैगून' (Detwah Lagoon) से लिया गया है, जो एक खास तटीय पारिस्थितिकी वाले जगह है.

चेतावनियां: किन-किन इलाकों में क्या अलर्ट है?

भारत मौसम विभाग (IMD) ने चक्रवात सेन्यार और दितवा के संयुक्त प्रभाव की वजह से दक्षिण भारत के कई इलाकों में अलग-अलग तरह के अलर्ट जारी किए हैं. ये अलर्ट 27 नवंबर 2025 की शाम तक के हैं. हर 6 घंटे में नया अपडेट आता रहेगा.

Advertisement

यह भी पढ़ें: सड़कें गायब, लाखों बेघर, "सड़कें गायब, लाखों बेघर, सैकड़ों मौतें... थाईलैंड, वियतनाम और मलेशिया में बाढ़ का कहर

  • उत्तरी तमिलनाडु के लिए ऑरेंज और येलो अलर्ट जारी किया गया है. यहां 28 से 30 नवंबर तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. तेज हवाएं 40-50 km/hr तक चल सकती हैं. समुद्र में ऊंची लहरें उठेंगी.
  • पुडुचेरी में प्री-साइक्लोन वॉच (येलो अलर्ट) है. 28 और 29 नवंबर को कुछ जगहों पर अत्यधिक भारी बारिश हो सकती है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ जाएगा.
  • दक्षिण आंध्र प्रदेश में येलो अलर्ट है. 28 से 30 नवंबर तक तेज बारिश, गरज-चमक के साथ बौछारें और समुद्र में खतरनाक स्थिति रह सकती है.
  • अंडमान-निकोबार द्वीपसमूह में अभी भी रेड अलर्ट है (मुख्य रूप से सेन्यार की वजह से). 26 नवंबर से 29 नवंबर तक बहुत भारी बारिश और 60 km/hr तक की तेज हवाएं चल रही हैं या चल सकती हैं.
  • तेलंगाना के कुछ हिस्सों में येलो अलर्ट है. यहां 28-29 नवंबर को हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है.

मछुआरों और आम लोगों के लिए खास सलाह

मछुआरों को सख्त चेतावनी दी गई है कि बंगाल की खाड़ी के प्रभावित हिस्सों में बिल्कुल न जाएं. जो लोग अभी समुद्र में हैं, वे तुरंत तट पर लौट आएं. आम लोगों से कहा गया है कि घरों में ही रहें, बाढ़ वाले निचले इलाकों से दूर रहें और मौसम की ताजा खबर के लिए रेडियो, टीवी या IMD का ऐप/वेबसाइट जरूर देखते रहें. ये सभी अलर्ट अभी बदल भी सकते हैं, इसलिए हर 6 घंटे में IMD का नया बुलेटिन जरूर चेक करें. 

Advertisement

खतरा कितना बड़ा है? 

ये चक्रवात बहुत खतरनाक नहीं लग रहे, लेकिन इनके संयुक्त असर से दक्षिण भारत में परेशानी हो सकती है. 

  • बारिश: सबसे बड़ा खतरा भारी बारिश का है. 28-29 नवंबर को तमिलनाडु और पुडुचेरी में 'अत्यधिक भारी' बारिश हो सकती है. इससे सड़कें डूब सकती हैं, नदियां उफान पर आ सकती हैं.
  • हवाएं: दितवा के कारण 40-60 किमी/घंटा की हवाएं चल सकती हैं. पेड़ उखड़ सकते हैं, बिजली के तार टूट सकते हैं.
  • समुद्र: ऊंची लहरें (rough seas) उठेंगी, जो तटों पर पहुंच सकती हैं. मछली पकड़ने वाले और बंदरगाह प्रभावित होंगे.
  • कुल मिलाकर: खतरा 'मध्यम' (moderate) है, लेकिन अगर दितवा तेजी से बढ़ा तो 'गंभीर' हो सकता है. सेन्यार का असर कम है, लेकिन दितवा 30 नवंबर तक तट से टकरा सकता है. इससे कुछ लाख लोग प्रभावित हो सकते हैं.

विशेषज्ञ कहते हैं कि जलवायु परिवर्तन (climate change) के कारण ऐसे चक्रवात ज्यादा हो रहे हैं. लेकिन अच्छी बात यह है कि आईएमडी की चेतावनी से नुकसान कम किया जा सकता है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement