Chanakya Niti: पिछले जन्म से होता है इन 6 चीजों का कनेक्शन

चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र यानी 'चाणक्य नीति' में ऐसे 6 गुणों का वर्णन किया है जो मनुष्य को पिछले जन्म के कर्मों के आधार पर ही मिलते हैं. आइए जानते हैं उन 6 गुणों के बारे में...

Advertisement
Chanakya niti Chanakya niti

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 नवंबर 2020,
  • अपडेटेड 9:13 AM IST

चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र यानी 'चाणक्य नीति' में ऐसे 6 गुणों का वर्णन किया है जो मनुष्य को पिछले जन्म के कर्मों के आधार पर ही मिलते हैं. आइए जानते हैं उन 6 गुणों के बारे में...

भोज्यं भोजनशक्तिश्च रतिशक्तिर्वराङ्गना ।
विभवो दानशक्तिश्च नाल्पस्य तपसः फलम् ॥

देखें: आजतक LIVE TV

चाणक्य नीति के दूसरे अध्याय में वर्णित इस श्लोक के माध्यम से चाणक्य कहते हैं कि मनुष्य को उसके पिछले जन्म के आधार पर 6 चीजें मिलती हैं. इनमें सबसे पहले वो भोजन का जिक्र करते हैं. वो कहते हैं कि भाग्य के धनी लोगों को ही बेहतर भोजन मिल पाता है. इसके लिए वो पिछले जन्म के कर्मों को कारण बताते हैं.

Advertisement

बेहतर भोजन के बाद चाणक्य व्यक्ति में अच्छी पाचन शक्ति यानी खाने को पचा जाने की शक्ति को ज्यादा महत्वपूर्ण मानते हैं. चाणक्य के मुताबिक पिछले जन्म में अच्छे कर्म करने वाल लोगों के पास ही खाना पचा जाने की शक्ति होती है. नहीं तो अच्छे-अच्छे लोगों को भोजन से दिक्कत हो जाती है.

तीसरे स्थान पर चाणक्य जीवन संगिनी को रखते हैं. वो कहते हैं सुंदर और गुणवान लाइफ पार्टनर का मिलना भी पिछले जन्म के कर्मों पर निर्भर करता है. गुणवान पार्टनर मिल जाए तो जीवन की आधी मुसीबत हल हो जाती है.

आचार्य चाणक्य इस श्लोक में कहते हैं कि व्यक्ति को खुद पर काम को हावी नहीं होने देना चाहिए. वो कहते हैं कि काम के वश में रहने वाला व्यक्ति जल्द ही बर्बाद हो जाता है.

Advertisement

5वीं चीज आचार्य पैसे के इस्तेमाल की जानकारी को मानते हैं. वो कहते हैं धन कमाने से ज्यादा मुश्किल धन को सहेजकर रखना और उचित जगह पर उसका इस्तेमाल करने की कला में माहिर होना होता है. चाणक्य के मुताबिक मनुष्य के अंदर यह गुण भी उसके कर्मों के पुण्यों से ही प्राप्त होता है.

दानी स्वभाव को भी चाणक्य बेहद अहम मानते हैं. वो कहते हैं कि दुनिया में पैसे वालों की कमी नहीं है लेकिन दान देने की आदत या इच्छा शक्ति गिनेचुने लोगों में होती है. ये सभी गुण पिछले जन्म के कर्मों के आधार पर व्यक्ति में समाहित होते हैं.
 

ये भी पढ़ें...

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement