Ganesh chaturthi 2021: कब है गणेश चतुर्थी? जानें गणपति स्‍थापना के दिन-तारीख और पूजन विधि

भगवान गणेश का महापर्व गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है. सभी देवों में प्रथम आराध्य भगवान गणेश की पूजा करने और उन्हें प्रसन्न करने का ये पर्व इस साल 10 सितंबर 2021 को मनाया जा रहा है.

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Ganesh Chaturthi 2021 Ganesh Chaturthi 2021

aajtak.in

  • नई दिल्ली,
  • 05 सितंबर 2021,
  • अपडेटेड 12:39 PM IST
  • पूजन के दौरान नहीं पहनें नीले और काले रंग के कपड़े
  • गणेश जी की पूजा में नई मूर्ति का करें इस्तेमाल

Ganesh Chaturthi 2021: भगवान गणेश का महापर्व गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को मनाया जाता है. सभी देवों में प्रथम आराध्य भगवान गणेश की पूजा करने और उन्हें प्रसन्न करने का ये पर्व इस साल शुक्रवार, 10 सितंबर 2021 को मनाया जा रहा है. इसी दिन गणपति बप्‍पा विराजेंगे और 19 सितंबर को अनंत चतुर्दशी (Anant Chaturdashi) के दिन उन्‍हें विदाई दी जाएगी. 10 दिनों के गणेशोत्सव को लेकर कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है. आइए आपको बताते हैं कि गणेश चतुर्थी पर क्या करना अशुभ माना जाता है. 

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लाल और पीले रंग के पहनें कपड़े
ज्योतिषाचार्य डॉ. अरविंद मिश्र ने बताया कि गणेश भगवान की कृपा से रिद्धि-सिद्धि और सुख एवं शांति प्राप्त होती है. गणेश जी का पूजन करने के समय कुछ विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए. गणेश चतुर्थी की पूजा में किसी भी व्यक्ति को नीले और काले रंग के कपड़े नहीं पहनने चाहिए. ऐसे में लाल और पीले रंग के कपड़े पहनना शुभ होता है. गणेश चतुर्थी के दिन चंद्रमा के दर्शन नहीं करने चाहिए. यदि आप भूलवश चंद्रमा का दर्शन कर भी लें, तो जमीन से एक पत्थर का टुकड़ा उठाकर पीछे की तरफ फेंक दें. 

ये चीजें हैं गणेश भगवान को प्रिय 
गणेश जी का पूजन करते समय दूब घास, गन्ना और बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं. गणेश जी की मूर्ति खरीदते समय ध्यान रखें, कि उनकी सूड़ दायें तरफ मुड़ी हुई होनी चाहिए. इससे धन और वैभव प्राप्त होता है. गणेश जी के पूजन में तुलसी के पत्ते नहीं चढ़ाने चाहिए. मान्यता है कि तुलसी ने भगवान गणेश को लम्बोदर और गजमुख कहकर शादी का प्रस्ताव दिया था, जिससे नाराज होकर गणेश भगवान ने उन्हें श्राप दे दिया था.

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पूजन के लिए नई मूर्ति का करें इस्तेमाल 
इसके अलावा गणेश जी की पूजा में नई मूर्ति का इस्तेमाल करें और पुरानी मूर्ति को विसर्जित कर दें. घर में गणेश भगवान की दो मूर्तियां भी नहीं रखनी चाहिए. यदि भगवान गणेश की मूर्ति के पास अगर अंधेरा हो तो ऐसे में उनके दर्शन नहीं करने चाहिए. अंधेरे में भगवान की मूर्ति के दर्शन करना अशुभ माना जाता है. 

 

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