कोरोना वायरस से निजात दिलाने के लिए दुनियाभर में डॉक्टर्स वैक्सीन पर रिसर्च कर रहे हैं. इस जानलेवा वायरस में बुखार, खांसी, जुकाम और बदन दर्द से राहत पाने के लिए कुछ लोग इबुप्रोफेन या पैरासिटामोल जैसी एंटी बायोटिक और एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग्स का भी इस्तेमाल कर रहे हैं. पीएचई (पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड) और फ्रांस के हेल्थ मिनिस्टर ऑलिवर वेरान ने इसे लेकर एक चेतावनी जारी की है.
कोविड-19 में पैरासिटामोल या इबुप्रोफेन लेना सही है?
इस सवाल के जवाब में फ्रांस के हेल्थ मिनिस्टर ऑलिवर वेरान ने ट्वीट कर जानकारी दी है. उनका कहना है कि एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग का इस्तेमाल करने से आपके शरीर में इंफेक्शन का खतरा ज्यादा बढ़ सकता है.
उन्होंने ट्वीट में पैरासिटामोल के बारे में जिक्र करते हुए कहा कि कोविड-19 में बुखार होने पर इस दवा को लिया जा सकता है. यदि आपने पहले से कोई इंफ्लेमेटरी ड्रग ले रखी है तो डॉक्टर से सलाह के बाद ही इसे लें.
पीएचई की क्या है राय?
कोविड-19 से बचने के लिए इबुप्रोफेन का इस्तेमाल करने वालों को पीएचई ने भी सख्त चेतावनी दी है. पीएचई का कहना है कि इस तरह की दवा का कोरोना पर कोई असर नहीं होने वाला है, इसलिए डॉक्टर की सलाह के बगैर ऐसी किसी भी दवा का सेवन भूल से भी न करें.
कोविड-19 में इबुप्रोफेन का इस्तेमाल करने से रेस्पिरेटरी इंफेक्शन का खतरा बढ़ सकता है. इस दौरान पैरासिटामोल का इस्तेमाल किया जा सकता है. लेकिन इसके लिए आपको पहले अपने डॉक्टर से सलाह लेनी होगी.
एनएचएस (नेशनल हेल्थ सर्विस) ने बताया कि एंटी बायोटिक्स या एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग से कोरोना वायरस में किसी तरह का फायदा नहीं होता है. इसलिए इस पर काबू पाने के लिए आपको दो चीजों पर खास ध्यान देना चाहिए.
1. दिनभर खूब पानी पीएं और इंफेक्शन से बचने के लिए सिर्फ उबला हुआ पानी ही पीने के इस्तेमाल में लाएं.
2. शरीर को अच्छे से आराम दें और पर्याप्त नींद लेने की कोशिश करें. क्वारंटनटीन रहते हुए भी हैंड वॉश और मास्क पहनने का ख्याल रखें.
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि कोरोना वायरस के दो प्रमुख लक्षण (तेज बुखार और छाती में बलगम) दिखने पर खुद को 7 दिनों के लिए सेल्फ आइसोलेशन में रखें.
अगर आपको लगता है कि एक सप्ताह बाद भी आपकी तबीयत में सुधार नहीं आया है तो जल्द से जल्द डॉक्टर से इसकी जांच करा लें.