अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना को 1 वर्ष पूरा हो गया है. इस एक साल में प्रदेश के 1.1 लाख लोगों को इस योजना से इलाज प्राप्त हुआ है. वहीं 50 हजार लोगों की डायलिसिस की गई है. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने अटल आयुष्मान योजना के तहत लाभ उठाने वाले लाभार्थियों से भी मुलाकात की.
मुलाकात के दौरान लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री को निशुल्क इलाज मिलने पर आभार जताया. साथ ही मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने बताया कि पिछले 1 साल में 1 लाख 10 हजार लोगों को अब तक योजना का लाभ मिल चुका है. उन्होंने कहा कि 12 हजार गंभीर बीमारी वाले लोग योजना के लाभ से आज पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं.
105 करोड़ खर्च
मुख्यमंत्री ने कहा कि अब तक इस योजना के तहत 105 करोड़ रुपये की धनराशि खर्च हुई है. इसके तहत 20400 ह्रदय रोगी का सफल इलाज भी किया गया. अब तक आयुष्मान से 34,70,000 कार्ड बन गए हैं. 9600 कार्ड प्रतिदिन बनाए गए हैं.
उन्होंने बताया कि हरिद्वार के लिए 100 बेड के अस्पताल को स्वीकृति मिल गई है. अस्पतालों का भुगतान 7 दिन के भीतर किया जा रहा है.
रोज हो रहा 350 मरीजों का इलाज
मुख्यमंत्री ने कहा कि योजना के गुणवत्ता के लिए और भी कदम उठाएं जाएंगे. 350 मरीजों का प्रतिदिन और 15 मरीजों का प्रत्येक घंटे में इलाज हो रहा है. मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि अटल आयुष्मान योजना के तहत 1 वर्ष में प्रदेश के कई लोगों को इस योजना का लाभ मिला है.
मुख्यमंत्री ने बेहतर कार्य करने वाले अस्पतालों को सम्मानित किया. साथ ही इस योजना में सहयोग करने वाली आशा कार्यकर्ताओं को भी सम्मानित किया गया.
उत्तराखंड में आज ही के दिन 25 दिसंबर 2018 को अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना की शुरुआत की गई थी. मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने इस मौके पर राज्य के स्वास्थ विभाग के अधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि राज्य में कई मरीज ऐसे थे जो गरीबी की वजह से इलाज नहीं करा पा रहे थे, आज उन्हें इलाज मिला है.
मुख्यमंत्री का कहना है कि प्रदेश में 1 करोड़ लोगों का गोल्डन कार्ड बनाना सरकार का लक्ष्य है ताकि राज्य के हर एक व्यक्ति को इस योजना का लाभ मिल सके.
दिलीप सिंह राठौड़