India Today Conclave 2021 South: ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ पर भिड़े राम माधव और शशि थरूर

बीजेपी नेता राम माधव और कांग्रेस के सांसद शशि थरूर के बीच आज ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ को लेकर India Today Conclave 2021 South में तीखी बहस हुई.

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इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में राम माधव और शशि थरूर (Photo : India Today) इंडिया टुडे कॉन्क्लेव में राम माधव और शशि थरूर (Photo : India Today)

aajtak.in

  • चेन्नई,
  • 13 मार्च 2021,
  • अपडेटेड 9:35 PM IST
  • थरूर की राम माधव को संविधान सभा की बहस पढ़ने की सलाह
  • ‘संविधान बताता है क्या है आइडिया ऑफ इंडिया’
  • ‘हमारा स्वाधीनता आंदोलन सिर्फ धर्म के नाम पर बंटा’

बीजेपी नेता राम माधव और कांग्रेस के सांसद शशि थरूर के बीच आज ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ को लेकर India Today Conclave 2021 South में तीखी बहस हुई. India Today Conclave 2021 South के ‘तुष्टिकरण और ध्रुवीकरण की राजनीति’ सत्र में चर्चा की शुरुआत बीजेपी नेता राम माधव ने की. उन्होंने कहा कि ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ को लेकर उनका मानना है कि यह कोई एक ‘विचार’ नहीं सकता बल्कि देश में ‘‘कई आइडिया ऑफ इंडिया’ हो सकते हैं. हम सभी को जिस आइडिया ऑफ इंडिया को लेकर सहमत होने चाहिए वो ये कि हम सब भारतीय हैं. इसे लेकर कोई बहस नहीं है.

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‘गरिमा मेरे आइडिया ऑफ इंडिया का महत्वपूर्ण अंग’

राम माधव ने कहा कि उनके हिसाब से आइडिया ऑफ इंडिया ऐसा भारत  जो ‘मजबूत, समृद्ध और सुरक्षित है. ‘गरिमा’ इसका महत्वपूर्ण अंग है और जब मैं गरिमा की बात करता हूं तो इसमें देश, देश के लोगों और दुनिया में कहीं भी रहने वाले भारतीयों की गरिमा और सम्मान शामिल है.

‘संविधान बताता है क्या है आइडिया ऑफ इंडिया’

राम माधव को जवाब देते हुए कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा कि मैं मानता हूं कि देश को लेकर कई लोगों के अपने विचार हो सकते हैं. उनकी नजर में देश का अपना विजन हो सकता है. लेकिन ‘आइडिया ऑफ इंडिया’ का मूल वही है जो इस देश का संविधान हमें देता है.

‘हमारा स्वाधीनता आंदोलन सिर्फ धर्म के नाम पर बंटा’

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शशि थरूर ने कहा कि हमारा स्वतंत्रता आंदोलन मार्क्सवाद और पूंजीवाद जैसी विचारधारा पर नहीं बंटा. यह बंटा तो सिर्फ धर्म के नाम पर कि क्या देश का कोई धर्म होना चाहिए या नहीं. जिन लोगों ने धर्म को अपनी राष्ट्रीयता की पहचान चुनी उन्होंने पाकिस्तान बनाया और देश छोड़कर चले गए. लेकिन  हमारे बचे हुए आजादी के नायक इस बात को लेकर दृढ़ निश्चित थे कि उन्होंने यह आजादी की लड़ाई देश के हर व्यक्ति के लिए लड़ी इसलिए हर किसी की स्वतंत्रता की रक्षा होनी चाहिए.

राम माधव को संविधान सभा की चर्चाएं पढ़ने की सलाह

इसी बहस के दौरान शशि थरूर ने धर्म के मुद्दे को लेकर बीजेपी नेता राम माधव को संविधान सभा की चर्चाएं पढ़ने की सलाह दे दी. उन्होंने कहा कि अब तो सरकार इन्हें 4 खंडों में बेच भी रही है. संविधान सभा की चर्चाओं में उल्लेख है कि किसी ने बोला कि जब मुस्लिमों ने पाकिस्तान बना लिया तो हम इसे हिंदुओं के लिए क्यों नहीं बना सकते. संविधान सभा के सदस्यों ने इस विचार को सिरे से नकार दिया.

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