हाथरस कांड के मुख्य आरोपी मधुकर ने किया सरेंडर, 121 लोगों की मौत के बाद से फरार था एक लाख का इनामी

सामने आया है कि देव प्रकाश मधुकर ने सरेंडर किया है. दिल्ली के नजफगढ़ - उत्तम नगर के बीच के एक अस्पताल में यूपी की हाथरस पुलिस पहुंची थी, देव प्रकाश ने उनके सामने सरेंडर किया. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.हाथरस पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.

Advertisement
हाथरस में भीषण भगदड़ के बाद घटनास्थल पर पड़े बैग और अन्य सामान हाथरस में भीषण भगदड़ के बाद घटनास्थल पर पड़े बैग और अन्य सामान

अरविंद ओझा / संतोष शर्मा

  • नई दिल्ली,
  • 05 जुलाई 2024,
  • अपडेटेड 6:45 AM IST

हाथरस कांड का मुख्य आरोपी देव प्रकाश मधुकर शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया गया है. मधुकर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने गिरफ्तार किया है. बता दें कि हाथरस हादसे के बाद मधुकर पर एक लाख रुपये का इनाम रखा गया था. गिरफ्तारी के बाद शनिवार को देव प्रकाश मधुकर की हाथरस कोर्ट में पेशी होगी. सामने आया है कि देव प्रकाश मधुकर ने सरेंडर किया है. दिल्ली के नजफगढ़ - उत्तम नगर के बीच के एक अस्पताल में यूपी की हाथरस पुलिस पहुंची थी, देव प्रकाश ने उनके सामने सरेंडर किया. इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया.हाथरस पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है.

Advertisement

हाथरस कांड में पकड़े जाने वालों की संख्या 7 हुई
हाथरस में बीते मंगलवार को हुए भगदड़ में 121 लोगों की जान चली गई थी. पुलिस प्रवचनकर्ता बाबा सूरजपाल के सेवादारों और सत्संग के आयोजकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जांच-पड़ताल कर रही है. इससे पहले 6 लोग पकड़े जा चुके हैं, लेकिन, अभी तक मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर फरार था, जिसे शुक्रवार शाम को गिरफ्तार किया गया है. 

बाबा का खास है देव प्रकाश मधुकर
बता दें कि, देव प्रकाश मधुकर ही हाथरस कार्यक्रम का मुख्य आयोजक था. इसके साथ ही वह बाबा का खास आदमी भी है. हादसे के बाद बाबा ने उसी से फोन पर काफी देर तक बात की थी. न्यूज एजेंसी के मुताबिक, भगदड़ की घटना के बाद से देवप्रकाश मधुकर घर नहीं लौटा था. उसके परिवार के सदस्य भी लापता हैं. मधुकर के बारे में कहा जाता है कि वह एक समय जूनियर इंजीनियर (JE) था लेकिन बाद में बाबा सूरजपाल का बड़ा भक्त बन गया.  देवप्रकाश मधुकर का घर सिकंदरा राऊ इलाके के दामादपुरा की नई कॉलोनी में है.

Advertisement

बाबा का नहीं मिला सुराग
बता दें कि, हाथरस में सत्संग करने वाले भोले बाबा के बारे में यूपी पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है. हाथरस भगदड़ कांड की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने एक एसआईटी का गठन किया था. जिसने इस मामले में अब तक 90 लोगों के बयान दर्ज किए हैं. यह जानकारी खुद एसआईटी में शामिल आगरा जोन के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक अनुपम कुलश्रेष्ठ ने शुक्रवार की दी.

अब तक दर्ज किए गए 90 लोगों के बयान
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (आगरा जोन) अनुपम कुलश्रेष्ठ ही इस हादसे की जांच करने वाले तीन सदस्यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का नेतृत्व कर रहे हैं, जो 2 जुलाई को हाथरस में सत्संग के बाद हुई भगदड़ पर एक विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर रहा है, जिसमें 121 लोगों की जान चली गई थी. हाथरस में एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ ने इस बारे में जानकारी देते हुए पीटीआई को बताया कि अब तक 90 बयान दर्ज किए गए हैं. और एक प्रारंभिक रिपोर्ट तैयार कर ली गई है, जबकि विस्तृत रिपोर्ट पर काम चल रहा है. पुलिस जांच की स्थिति के बारे में अधिकारी ने कहा कि जैसे-जैसे और सबूत सामने आए हैं, जांच का दायरा बढ़ाया गया है.

---- समाप्त ----

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement