मुंबई के पवई स्थित आर ए स्टूडियो में 17 बच्चों को बंधक बनाने वाले रोहित आर्य की मौत हो गई है. पुलिस की कार्रवाई के दौरान फायरिंग में उसे गोली लगी, जिसके बाद उसे गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया था.
डॉक्टरों ने इलाज के दौरान रोहित आर्य को मृत घोषित कर दिया. पुलिस अब घटना की पूरी जांच कर रही है और ऑपरेशन की रिपोर्ट तैयार की जा रही है.
ऑडिशन के लिए बुलाकर किया किडनैप
बता दें कि पवई के RA स्टूडियो में रोहित आर्य ने 17 बच्चों समेत कुल 19 लोगों को किडनैप कर लिया था. पवई के RA स्टूडियो में बच्चों को ऑडिशन के लिए बुलाया गया था लेकिन वहां उन्हें बंधक बना लिया गया. बच्चों को बंधक बनाने की जानकारी जैसे ही मुंबई पुलिस को मिली, पुलिस तुंरत हरकत में आई और बच्चों को सकुशल बचा लिया.
जवाबी कार्रवाई में हुई मौत
पवई के आर ए स्टूडियो में 17 बच्चों, 1 बुजुर्ग नागरिक और 1 आम शख्स को बंधक बनाने वाले रोहित आर्य ने अपने पास मौजूद एयर गन से गोलियां चलाईं और उसके बाद पुलिस अधिकारियों को उसे नियंत्रित करने के लिए उस पर गोलियां चलानी पड़ीं, जिससे वह घायल हो गया.
बिल्डिंग में कैसे घुसी पुलिस?
गौरतलब है कि मुंबई के आर ए स्टूडियो में बंधक बनाए गए 17 बच्चों को छुड़ाने का ऑपरेशन बेहद सटीक और जोखिम भरा था. फायर ब्रिगेड ने पुलिस की क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) को अंदर घुसने में मदद की. जानकारी के मुताबिक, फायर ब्रिगेड ने पहली मंजिल तक सीढ़ी लगाकर पुलिस को पहुंच दिलाई, जिसके बाद पुलिसकर्मी बाथरूम के रास्ते कमरे में दाखिल हुए, जहां आरोपी रोहित आर्य बच्चों के साथ मौजूद था.
ऑपरेशन के दौरान फायर ब्रिगेड ने PRT किट, वेबर रेस्क्यू टूल्स और चार्ज्ड होज़लाइन तैयार रखी थी ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत कार्रवाई की जा सके. पुलिस ने दो घंटे के भीतर सभी 17 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया, जबकि मुठभेड़ में रोहित आर्य को गोली लगी, जिसकी बाद में अस्पताल में मौत हो गई.
80 बच्चों को वापस भेजा
घटना की शुरुआत गुरुवार सुबह हुई, जब पवई स्थित आर ए स्टूडियो में एक्टिंग क्लास और ऑडिशन के लिए लगभग 100 बच्चे पहुंचे थे. यहां काम करने वाला और खुद को यूट्यूबर बताने वाला रोहित आर्य पिछले चार-पांच दिनों से बच्चों का ऑडिशन ले रहा था. लेकिन गुरुवार को उसने 80 बच्चों को वापस भेज दिया और 19 लोगों को अंदर ही रोककर बंधक बना लिया.
शीशे से झांककर मदद की गुहार लगाते दिखे बच्चे
बच्चों के शीशे से झांकने पर आसपास के लोगों ने शोर मचाया और तुरंत पुलिस को सूचना दी. कुछ ही देर में स्थानीय पुलिस, ATS और फायर ब्रिगेड की टीम मौके पर पहुंची और इलाके को चारों ओर से घेर लिया. रोहित अंदर से लगातार पुलिस को धमका रहा था और कह रहा था कि कोई भी आक्रामक कदम उसे उकसा सकता है.
किडनैपर रोहित ने जारी किया वीडियो
इसी बीच, रोहित का एक वीडियो संदेश सामने आया, जिसमें उसने खुद को इस पूरी घटना के पीछे का व्यक्ति बताया. वीडियो में रोहित ने कहा कि यह सब उसने एक प्लान के तहत किया है और उसकी कोई बड़ी वित्तीय मांग नहीं है. उसका दावा था कि उसकी मांगें नैतिकता से जुड़ी हैं. उसने खुद को आतंकवादी न बताते हुए कहा कि वह केवल सवाल पूछना और उनके जवाब पाना चाहता है.
बाथरूम के जरिए अंदर घुसी पुलिस
हालात को काबू में लाने के लिए पुलिस ने एक स्पेशल ऑपरेशन प्लान तैयार किया. मुख्य दरवाजे से प्रवेश करना जोखिमभरा था, इसलिए पुलिस की एक टीम ने बाथरूम के जरिए उस कमरे में घुसने का रास्ता चुना.
डॉक्टरों ने किया मृत घोषित
करीब दो घंटे चले इस साइलेंट ऑपरेशन में पुलिस ने सभी 17 बच्चों को सुरक्षित बाहर निकाला. इस बीच रोहित आर्य ने पुलिस पर फायरिंग की और जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने रोहित पर गोली चलाई. इस गोलीबारी में रोहित को गोली लगी और पुलिस ने उसे अस्पताल में भर्ती कराया. अस्पताल में डॉक्टरों ने रोहित को मृत घोषित कर दिया
रोहित के पास से एयरगन बरामद
पुलिस के अनुसार, रोहित के पास से एक एयरगन, कुछ केमिकल पदार्थ बरामद हुआ था. फॉरेंसिक टीम इन सामग्रियों की जांच कर रही है कि कहीं यह किसी खतरनाक पदार्थ का हिस्सा तो नहीं. पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या उसने यह सब अकेले किया या किसी के इशारे पर.
मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि सभी बच्चे सुरक्षित और स्वस्थ हैं, उन्हें मेडिकल चेकअप के बाद काउंसलिंग के लिए भेजा गया है. अधिकारियों के मुताबिक, यह एक मेंटली डिस्टर्ब्ड लेकिन कंट्रोल्ड ऑपरेशन था, जिसमें वक्त पर की गई कार्रवाई से बड़ा हादसा टल गया.
aajtak.in