MP: आलोट सीट पर भाजपा-कांग्रेस में मुकाबला, जनता किनके सिर पर रखेगी ताज?

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं और इसकी वजह से राज्य में राजनीतिक सरगर्मियां तेज होती जा रही हैं. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रदेश भर में जन आशीर्वाद यात्रा कर रहे हैं तो वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी कांग्रेस भी सत्ता विरोधी लहर पर सवार होने के लिए पूरा दमखम लगा रही है.

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वरुण शैलेश

  • नई दिल्ली,
  • 02 अक्टूबर 2018,
  • अपडेटेड 2:33 PM IST

मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी दलों की सक्रियता बढ़ी हुई है. मुख्यमंत्री शिवराज चौहान जन आशीर्वाद यात्रा कर रहे हैं जबकि कांग्रेस की तरफ से दिग्विजय सिंह, कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया जन संपर्क अभियान में जुटे हुए हैं. लेकिन इन सबके बावजूद विभिन्न दलों के केंद्रीय नेता भी बीच-बीच में राज्य का दौरा कर चुनावी माहौल को गरम कर रहे हैं.

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रतलाम जिले की तस्वीर

मध्य प्रदेश के रतलाम जिले में 5 विधानसभा सीटें हैं जिनमें रतलाम ग्रामीण, रतलाम शहर, सैलाना, जावरा और आलोट शामिल हैं. इनमें रतलाम और सैलाना अनुसूचित जन जाति जबकि आलोट अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित है. अभी इन 5 विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा है. रतलाम ग्रामीण से मथुरालाल, रतलाम शहर से चैतन्य कुमार कश्यप, सैलाना से संगीता विजय चारेल, जावरा से राजेंद्र पाण्डेय और आलोट सीट से जितेंद्र थावरचंद गहलोत विधायक हैं.

विधानसभा चुनाव 2013 के मुताबिक रतलाम जिले की पांचों सीटों पर 9,23,553 मतदाता हैं जिनमें से 7,06,581 यानी 76.5 फीसदी मतदाताओं ने चुनाव में वोटिंग की. पिछले विधानसभा चुनावों में राजनीतिक दलों को मिले वोट के लिहाज से देखा जाए तो इन पांचों सीटों पर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को 3,64,318 (51.6%), कांग्रेस को 2,57,141 (36.4%), जनता दल (यूनाइटेड) यानी जदयू को  34,570 (4.9%), निर्दलीय उम्मीदवारों को 30,017 (4.2%) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) को 10,347 (1.5%) वोट मिले थे.

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आलोट सीट का समीकरण

मध्य प्रदेश की आलोट विधानसभा सीट अनुसूचि जाति के लिए सुरक्षित है. यहां पर 25 नवंबर 2013 को मतदान और 8 दिसंबर 2013 को मतगणना हुई थी, जहां भाजपा के जितेंद्र थावरचंद गहलोत ने जीत हासिल की थी. इससे पहले 2008 के चुनावों में भी इस सीट पर भाजपा की कब्जेदारी कायम थी और मनोहर उंटवाल विधायक थे. मध्य प्रदेश में तीन दशक से सत्ता से दूर कांग्रेस इस सीट पर फिर वापस आना चाहेगी, लेकिन उसके लिए उसे भाजपा की चुनौतियों का सामना करना होगा.  

विधानसभा चुनाव-2013

भाजपा- जितेंद्र थावरचंद गहलोत- 73,449 (50.3%)    

कांग्रेस-अजित प्रेमचंद गुड्डू- 65,476(44.8%)

विधानसभा चुनाव-2008

भाजपा-मनोहर उंटवाल- 58,830    (49.1%)    

कांग्रेस-प्रेमचंद गुड्डू - 65,476    (44.8%)    

विधानसभा की तस्वीर

मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 सीटों के लिए इसी साल नवंबर-दिसंबर में चुनाव होने हैं. 230 में से 35 अनुसूचित जाति जबकि 47 सीटें अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित हैं. 148 गैर-आरक्षित सीटें हैं. 2013 में हुए विधानसभा चुनावों में भारतीय जनता पार्टी 165 सीटों पर जीत हासिल कर सरकार बनाई थी जबकि कांग्रेस को 58 सीटों से संतोष करना पड़ा था. वहीं बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 4 जबकि 3 सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवारों ने जीत हासिल की थी.

निर्वाचन आयोग के मुताबिक 2013 में मध्य प्रदेश में कुल 4,66,36,788 मतदाता थे जिनमें महिला मतदाताओं की संख्या 22064402 और पुरुष मतदाताओं की संख्या 24571298 और अन्य वोटर्स 1088 थे. 2013 में 72.07 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.

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