दिल्ली बॉर्डर पर हर रोज किसान और सरकार के बीच गतिरोध अपने अलग-अलग स्तर पर पहुंच जाता है. बीते दिनों प्रधानमंत्री ने कहा कि वे किसानों से केवल एक कॉल दूर हैं और उसके बाद पुलिस द्वारा गाजीपुर और टिकरी बॉर्डर पर कीलें गड़वाई गईं. जिसका चौतरफा विरोध हुआ. इस मसले पर जब सरकार की किरकिरी हुई तो स्थानीय प्रशासन ने जल्द ही वे कीलें भी वहां से हटवा लीं. लेकिन इस कहानी में एक शानदार मोड़ आ गया है.
अब किसानों ने उसी जगह पर जहां सरकार ने कील लगवाईं थीं, वहीं पर फूलों के पौधे लगाने का निर्णय लिया है. इसके लिए दो डंपर मिट्टी भी गाजीपुर बॉर्डर पर मंगवा ली गई है. गाजीपुर बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसानों के नेता राकेश टिकैत कीलों वाली जगह पर ही पौधे रोपने का काम कर रहे हैं.
जहां कल तक सरकार द्वारा लगाई गईं कील नजर आ रहीं थीं वहां अब किसानों द्वारा लगाए हुए फूल नजर आएंगे. आपको बता दें कि संसद सत्र पर होने वाले बवाल की आशंका को देखते हुए गाजीपुर बॉर्डर पर पुलिस ने ना सिर्फ मुख्य सड़कों पर बैरिकेडिंग और रास्तों को कंटीले तारों से बंद कर दिया था बल्कि आसपास के जंगल वाले इलाके में कंटीले तार लगा दिए थे. इससे न केवल किसानों को परेशानी हुई बल्कि आसपास रहने वाले लोगों को भी दिक्कत हुई, क्योंकि सड़क बंद होने के बाद वे जंगलों के रास्ते ही आसपास जा सकते थे. अब किसानों ने भी सरकार को जवाब देने की तैयारी कर ली है. जहां-जहां पुलिस-प्रशासन द्वारा कीलें लगाई गई थीं वहां-वहां फूलों के पौधे रोप जा रहे हैं.
इससे पहले आजतक ने जब राकेश टिकैत से बात की और पूछा कि जब प्रधानमंत्री ने कहा है कि वे किसानों से केवल एक कॉल की ही दूरी पर हैं तो इस सवाल का जवाब देते हुए किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि ''प्रधानमंत्री एक कॉल पर बात करने की कहते हैं, हमें तो पता ही नहीं है उनका नम्बर कौन सा है. प्रधानमंत्री का कौन सा नम्बर है, वो नम्बर हमें दे दो.''
कुमार कुणाल