18 सितंबर, 1950 को जन्मीं शबाना आजमी की जिंदगी के कई ऐसे किस्से हैं, जिन्हें लोग नहीं जानते होंगे. उनकी मां शौकत आजमी की ऑटोबायोग्राफी 'कैफी एंड आई-ए मेमॉयर' में शबाना की जिंदगी के राज खोले गए हैं.
किताब में उनकी मां ने लिखा है कि शबाना ने बचपन में दो बार सुसाइड की कोशिश की थी.
दरअसल शबाना को लगता था कि उनकी मां उनके छोटे भाई बाबा को उनसे ज्यादा प्यार करती थीं. शौकत ने लिखा है कि इस बात में थोड़ी सच्चाई भी थी क्योंकि बाबा के आने से पहले उनके पहले बेटे खय्याम की मौत हो चुकी थी. बाबा ने उसकी कमी पूरी की थी.
एक किस्सा शेयर करते हुए शौकत ने लिखा है कि एक सुबह मैं, शबाना और बाबा को नाश्ता करा रही थी. तभी मैंने शबाना की प्लेट से टोस्ट उठाकर बाबा को दे दिया और कहा कि बेटा बाबा की बस अभी आ जाएगी. उसे जल्दी है. मैं तुम्हें अभी दूसरा टोस्ट बनाकर देती हूं. इसके बाद शबाना वहां से उठी और बाथरूम में जाकर रोने लगी. जब मैंने उसके रोने की आवाज सुनी तो मैं वहां भागकर गई. लेकिन शबाना आंसू पोंछकर स्कूल चली गई.
इसके बाद शबाना ने स्कूल की लैबरॉटरी में कॉपर सल्फेट खा लिया था. उनकी बेस्ट फ्रेंड ने शौकत को बताया कि शबाना कह थी कि मां बाबा को मुझसे ज्यादा प्यार करती हैं.
शौकत ने अपनी किताब में एक और घटना का जिक्र करते हुए लिखा कि एक बार गुस्से में मैंने शबाना को घर से निकल जाने को कहा था. उसके बाद मुझे पता चला कि शबाना ने ग्रांट रोड रेलवे स्टेशन पर ट्रेन के सामने आकर जान देने की कोशिश की थी. लेकिन उनके स्कूल के गार्ड ने उन्हें बचा लिया था.
इसके बाद शौकत ने निश्चय किया कि वो शबाना का ख्याल रखेंगी और हर बात उन्हें सोच समझ कर कहेंगी.